इरई डैम के गेट खोले गए (फोटो नवभारत)
Chandrapur Flood Alert: बुधवार की शाम से लगातार हो रही बारिश के कारण चंद्रपुर शहर के नदी से सटे इलाके और चंद्रपुर ग्रामीण में बाढ़ की संभावना बढ़ गई है। इसलिए प्रशासन ने ग्रामीण क्षेत्र में सतर्कता के निर्देश दिए हैं। जलस्तर बढने के कारण इरई डैम के दरवाजे खोल दिए गए हैं। इरई बांध का जलस्तर बुधवार से धीरे-धीरे बढ़ रहा है।
गुरुवार की सुबह जलस्तर 207.300 मीटर था। इसलिए सुबह 7:30 बजे दो गेट 0.25 मीटर खोल दिए गए थे। अब जलस्तर फिर बढ़ गया है और 207.350 मीटर हो गया है। फिर दोपहर 2:40 बजे दो और गेट 0.25 मीटर खोल दिए गए। इसके बाद 3:30 बजे भी जलस्तर 207.350 ही रहा। इसलिए बाकी गेट भी खोले जा रहे हैं। यानी अब सभी सात गेट 0.25 मीटर खुले रहेंगे।
बांध क्षेत्र में बारिश की संभावना है। इसके चलते गेट और खोलने पड़ सकते हैं। सभी संबंधित गांवों को इसकी सूचना दे दी गई है। पद्मापुर, किटाली, मसाला, पडोली, यशवन्तनगर, दाताला, आरवट, नांदगांव पोडे, भटाली, वडोली, चिचेली, कढोली, पायली, खैरगांव, चंदसुरला, विचोडा बुजुर्ग, आंभोरा, लखमापुर, कोसरा, खुटाला हडस्ती, चारवट, कावटी, चेक तिरवंजा, देवला, चोरला, हिंगनाला, चिंचोली, मिनगांव, वडगांव, चंद्रपुर, माना में इरई नदी के तट पर रहने वाले सभी नागरिकों को सतर्कता के निर्देश दिए गए है।
इरई बांध का पानी छोड़ने से ना केवल ग्रामीण क्षेत्र बल्कि चंद्रपुर महानगर के नदी से सटे रहेमतनगर, विठ्ठलमंदिर वार्ड, जगन्नाथ बाबा मठ, वडगांव आदि क्षेत्रों में बाढ़ की संभावना बढ़ जाती है।
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सोमवार से देर शाम को बादलों की गर्जना के साथ कुछ समय के लिए बारिश हो रही थी। परंतु बुधवार को देर शाम शुरू हुई बारिश लगातार जारी है। गुरुवार को चंद्रपुर शहर में सुबह से लेकर देर शाम तक रूक रूककर बारिश का दौर जारी रहने से जनजीवन पर इसका असर देखने को मिला।
सडकों पर गड्डे निर्माण हो गए वही निचले इलाकों में जलभराव होने से आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। निरंतर बारिश ने चंद्रपुर शहर से सटे ग्रामीण क्षेत्र में खेतों पर असर डाला है। फसलें पानी में डूब गई है। सब्जी उत्पादकों को भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।