ग्रामीणों को नींबू पानी पिलाते केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव (सोर्स: एक्स@mpprataprao)
बुलढाणा: बुलढाणा जिले के मेहकर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पेनटाकली के ग्रामीण पिछले 12 दिन से गांव की सीमा विस्तार की मांग को लेकर पेनटाकली परियोजना के किनारे भूख हड़ताल पर बैठे थे। सोमवार यानी 17 फरवरी को यह भूख हड़ताल खत्म हो गई। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने अपने हाथों नींबू पानी पिलाकर भूख हड़ताल समाप्त कराई। उन्होंने कहा कि पेनटाकली के ग्रामीणों के पुनर्वास के लिए 27 वर्षों से चल रहा ग्रामीणों का संघर्ष महत्वपूर्ण है।
पेनटाकली गांव के लोगों के पुनर्वास के मुद्दे को सुलझाने के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव और पूर्व विधायक संजय रायमुलकर ने सरकार की ओर लगातार प्रयास किए। सिंचाई परियोजना के नीचे के गांव का पुनर्वास नियमों के अनुसार नहीं किया जा सकता। इसलिए गांव की सीमा का विस्तार करने का प्रस्ताव सरकार को सौंपा गया।
पेनटाकली के ग्रामीणों ने सीमा विस्तार की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी थी। इस पर संज्ञान लेते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने सोमवार को भूख हड़ताल स्थल पर जाकर अनशन पर बैठे ग्रामीणों से बातचीत की।
📍 पेनटाकळी,ता.मेहकर आज मेहकर मतदारसंघातील मौजे पेनटाकळी येथे पेनटाकळी गावठाण हद्दवाढ प्रकरणाचा माझ्या उपस्थिती मध्ये निवाडा करून गावकऱ्यांनी सोडले उपोषण ! पेनटाकळी प्रकल्पाच्या काठावर गेल्या बारा दिवसांपासून गावठाण हद्दवाढ करण्याच्या मागणीसाठी सुरू असलेले ग्रामस्थांचे उपोषण… pic.twitter.com/wIR2iAYrG0 — Prataprao Jadhav (@mpprataprao) February 17, 2025
इस दौरान उन्होंने कहा कि भू-अभिलेख विभाग को संबंधित भूमि का सीमांकन करना चाहिए। योजना सरकारी इंजीनियरों की मदद से तैयार की जानी चाहिए। ग्राम पंचायत उक्त भूमि पर से अतिक्रमण हटाए तथा इसके लिए पुलिस निरीक्षक साखरखेड़ा समुचित व्यवस्था उपलब्ध कराएं। ग्राम पंचायत को ग्राम सभा आयोजित कर सभी की सहमति से उक्त भूमि का आवंटन करना चाहिए।
केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने बताया कि पेनटाकली गांववासियों के पुनर्वास का मुद्दा 1998 से लंबित था। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। सिंचाई परियोजना के नीचे के गांव का पुनर्वास नियमों के अनुसार नहीं किया जा सकता। इसलिए गांव की सीमा का विस्तार करने का प्रस्ताव सरकार को सौंपा गया। पेनटाकली के ग्रामीणों ने सीमा विस्तार की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी थी।
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सात हेक्टेयर 82 एकड़ क्षेत्र पर 382 प्लॉट बनाकर योजना के अनुसार ग्रामीणों को जमीन वितरित करने का निर्णय लिया गया। आज भूख हड़ताल के बारहवें दिन मैं व्यक्तिगत रूप से भूख हड़ताल स्थल पर गया और ग्रामीणों से बातचीत की। भू-अभिलेख विभाग को संबंधित भूमि का सीमांकन करना चाहिए।