रवींद्र चव्हाण (सौजन्य-एएनआई)
मुंबई: महायुति की नई सरकार में डोंबिवली से विधायक रवींद्र चव्हाण को मंत्री नहीं बनाए जाने के बाद पार्टी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। भाजपा ने पूर्व मंत्री चव्हाण को पूर्वी महाराष्ट्र का प्रभारी नियुक्त किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने इसकी घोषणा की है।
पूर्वी महाराष्ट्र में भाजपा को मजबूती प्रदान करने की जिम्मेदारी चव्हाण सौंपी गई है। नई कैबिनेट में चव्हाण को शामिल नहीं किया गया था। ऐसी चर्चा थी कि चव्हाण को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इस नियुक्ति को इस दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
बता दें कि चव्हाण चौथी बार डोंबिवली से विधायक चुने गए हैं। 2021 में जब शिंदे-फडणवीस सरकार आई तो तख्तापलट में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। उस समय उन्हें लोक निर्माण मंत्री का पद दिया गया था। साथ ही पालघर और सिंधुदुर्ग जिले का पालक मंत्री भी बनाया गया था।
उन्होंने ठाणे, पालघर, सिंधुदुर्ग में पार्टी के लिए अच्छा काम किया है और पार्टी को अधिक सीटें जीतने में बड़ा योगदान दिया है। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के गढ़ कोंकण में चव्हाण ने पार्टी को काफी सफलता दिलाई थी।
महाराष्ट्र से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
प्रदेश अध्यक्ष ने चव्हाण को संगठन में पूर्वी महाराष्ट्र का प्रभारी जैसा अहम पद सौंपा है। अब चव्हाण को देखना है कि उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पद कब मिलता है। 12 जनवरी को शिरडी में भाजपा का राज्य स्तरीय सम्मेलन होने जा रहा है। महाराष्ट्र में कुछ दिनों में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। अगर चव्हाण की नियुक्ति प्रदेश अध्यक्ष के पद पर होती है तो उन्हें तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल सकता है।