बंसीलाल लाहोटी नूतन महाराष्ट्र विद्यालय (फोटो नवभारत)
Bhandara News In Hindi: शालेय शिक्षण विभाग की ओर से संचालित मध्याह्न भोजन योजना के तहत बड़ा लापरवाही का मामला सामने आया है। भंडारा शहर के बंसीलाल लाहोटी नूतन महाराष्ट्र विद्यालय में कक्षा 10 के एक छात्र के भोजन में ‘कनखजूरा’ मृत अवस्था में पाया गया। सौभाग्य से किसी भी छात्र के स्वास्थ्य को नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन इस घटना ने विद्यालय प्रशासन की लापरवाही उजागर कर दी। इस मामले से नाराज अभिभावक वर्ग ने प्रबंधन पर कड़ा रोष व्यक्त किया है।
मिली जानकारी के अनुसार 8 सितंबर को दोपहर 2 से 2।45 बजे के बीच भोजन चल रहा था। कक्षा 10 का छात्र जब खाना खा रहा था, तभी उसकी थाली में मृत ‘कनखजूरा’ दिखाई दिया। उसने तुरंत यह जानकारी शिक्षकों को दी। उस समय तक करीब 100 से 125 छात्र भोजन कर चुके थे। संभावना जताई जा रही है कि भोजन की पर्याप्त स्वच्छता न होने से यह कीट भोजन में पक गया। इससे उपस्थित शिक्षकों में हलचल मच गई।
अभिभावकों का आरोप है कि विद्यालयों में मिलने वाला खाना निकृष्ट दर्जे का, बेस्वाद और अपर्याप्त होता है। कई बच्चों में पेट दर्द, उल्टी और कमजोरी जैसी शिकायतें भी बढ़ रही हैं। गरीब व वंचित बच्चों के पोषण के लिए बनी इस योजना का असली उद्देश्य ही अधूरा रह गया है।
जिले में पहले भी इस योजना के भोजन की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें आ चुकी हैं। स्कूलों के रसोईघरों की नियमित जांच, गुणवत्तापूर्ण अनाज की आपूर्ति और निगरानी आवश्यक है, लेकिन विभाग की ओर से ऐसी गंभीरता देखने को नहीं मिलती।
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नूतन महाराष्ट्र विद्यालय के प्रबंधन ने कहा विद्यार्थी जब पेड़ के नीचे खाना खा रहा था, तभी पेड़ से कनखजूरा उसकी थाली में गिर गई और खाना गरम था, जिससे गोम की मौत हो गई। हालांकि, समय रहते घटना का पता चल गया और बचा हुआ खाना तुरंत फेंक दिया गया।
पंचायत समिति भंडारा के गट शिक्षा अधिकारी राठौड़ ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही हमने तुरंत उक्त स्कूल का दौरा किया और स्कूल के शिक्षकों, महिला रसोइया, प्राचार्य और उक्त छात्र के बयान दर्ज किए। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ उचित कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।