भंडारा पुलिस थाने पहुंचे विधायक नरेंद्र भोंडेकर (फोटो नवभारत)
Controversial Post On MLA Narendra Bhondekar: नगर परिषद चुनाव का प्रचार तेज होते ही भंडारा शहर में रविवार तड़के सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक आपत्तिजनक और बदनामीकारक पोस्ट ने बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया। यह पोस्ट विधायक नरेंद्र भोंडेकर को लक्षित करने वाली थी।
जानकारी मिलते ही शिवसेना के आक्रोशित कार्यकर्ता सीधे भंडारा पुलिस स्टेशन पहुंच गए। इस घटना ने महायुति के दो घटक दल शिवसेना और भाजपा को एक-दूसरे के विरोध में खड़ा कर दिया है। चुनाव से पहले ही शहर का राजनीतिक माहौल अचानक गर्म हो गया है। रात करीब 1 बजे पोस्ट वायरल होने के बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश फैल गया।
विधायक नरेंद्र भोंडेकर भी तत्काल पुलिस स्टेशन पहुंचे और आरोपित व्यक्ति को तुरंत हिरासत में लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की। भाजपा पदाधिकारी भी वहां मौजूद थे। स्थिति तनावपूर्ण होती देख पुलिस ने भारी सुरक्षा तैनात कर दी। दंगारोधी बल सतर्क रखा गया।
जिला पुलिस अधीक्षक नुरूल हसन सहित वरिष्ठ अधिकारी पूरी रात पुलिस स्टेशन में मौजूद रहे। शिवसेना कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इस पोस्ट के पीछे भाजपा के एक स्थानीय कार्यकर्ता का हाथ है। इससे दोनों दलों के बीच पहले से मौजूद चुनावी तनाव और बढ़ गया।
नगर परिषद चुनाव में शिवसेना और भाजपा नगराध्यक्ष पद के लिए अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे माहौल पहले ही गरम था। विवादित पोस्ट ने आरोप-प्रत्यारोप की तीव्रता और बढ़ा दी और पूरे शहर में इसकी चर्चा रही।
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। साइबर विशेषज्ञों की मदद से यह पता लगाया जा रहा है कि आपत्तिजनक पोस्ट किसने डाली। प्राथमिक जांच के आधार पर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईटी/सायबर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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सोशल मीडिया पर रविवार रात पुलिस स्टेशन की ओर मोर्चा निकालने की अपील किए जाने के बाद पुलिस ने शहर में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर हालात नियंत्रित किए।
पूरा मामला तेजी से राजनीतिक रंग ले चुका है। सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं, आरोपों और पलटवारों की बाढ़ आ गई है। नागरिकों ने सोशल मीडिया के दुरुपयोग और नेताओं की छवि खराब करने वाली प्रवृत्ति पर चिंता जताई है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें और किसी भी प्रकार की भड़काऊ गतिविधि से दूर रहें।
विवादित पोस्ट, रातभर की हलचल और दोनों दलों के आक्रामक तेवरों से संकेत मिलता है कि आगामी दिनों में यह मुद्दा चुनाव प्रचार को प्रभावित कर सकता है। फिलहाल, शहर के नागरिक शांति और स्थिरता की उम्मीद कर रहे हैं।