भंडारा में धरने पर बैठे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता (फोटो नवभारत)
AAP Protest in Bhandara: आम आदमी पार्टी भंडारा ने नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली शालाओं और डिजिटल आंगनवाड़ियों की दयनीय स्थिति को लेकर नगर परिषद में मुख्याधिकारी के सामने ‘झोपा काढा’ आंदोलन कर मुख्याधिकारी को ज्ञापन सौंपा। पार्टी पदाधिकारियों ने शाला निरीक्षण के दौरान सामने आए गंभीर मुद्दों को रेखांकित करते हुए कहा कि नगर परिषद शिक्षा व्यवस्था पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है और सरकारी धन की बर्बादी हो रही है। झोपा काढा मराठी शब्द है। इसका मतलब नींद पूरी करों होता है।
ज्ञापन में लालबहादुर शास्त्री विद्यालय और जूनियर कॉलेज में शौचालय और पेयजल की उचित व्यवस्था न होने का उल्लेख है। डॉ। जाकिर हुसैन प्राथमिक शाला में बच्चों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं है और प्रोजेक्टर भी बंद पड़ा है। संत जगनाडे चौक स्थित डिजिटल आंगनवाड़ी में चिखल, गंदगी और सफाईकर्मी न होने की समस्या बताई गई। वहीं राजगुरु वार्ड आंगनवाड़ी में स्वच्छतागृह और स्वच्छ पानी की सुविधा नहीं है।
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भंडारा के बजाज प्राथमिक शाला में हो रहा निर्माण भी संदेहास्पद बताते हुए कहा गया कि वहां की कक्षाएं अत्यंत छोटी हैं। पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि जिले की अनेक जिल्हा परिषद शालाओं में केवल दो ही शिक्षक कार्यरत हैं। 114 शालाओं में 2 से 3 शिक्षक होने की बात सामने आई है।
पदाधिकारियों ने चेतावनी दी कि यदि शासन ने त्वरित कार्रवाई नहीं की तो आम आदमी पार्टी भंडारा की ओर से जिलास्तरीय आंदोलन छेड़ा जाएगा। आंदोलन में पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में मौजूद रहे। इस आंदोलन में चंचल सालवे, भूपेश गणवीर, सुनील खटके, अनवर शेख, दीपक मनदुरकर, कामेश लेडे, खुशाल वैध, दिलीप निखाडे, दिलीपकुमार घरडे सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल हुए।