बीड सरपंच हत्याकांड (सौजन्य-फाइल फोटो)
बीड: पुलिस ने बीड के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या में शामिल फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए दिन-रात एक कर दिया है। इस मामले में 2 फरार आरोपियों सहित 3 लोगों को पुणे और कल्याण से गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 2 वांटेड आरोपी सुदर्शन चंद्रभान घुले और सुधीर सांगले को पुणे से पकड़ा गया जबकि सिद्धार्थ सोनवणे को ठाणे जिले के कल्याणं से पकड़ा गया।
घुले और सांगले का नाम हत्या मामले में प्राथमिकी में दर्ज है जबकि सोनवणे का नाम जांच के दौरान सामने आया। सूत्रों के मुताबिक पुलिस को संदेह है कि मस्साजोग गांव निवासी सोनवणे सरपंच संतोष देशमुख की गतिविधियों पर नजर रखता था और अन्य आरोपियों को इसकी जानकारी देता था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने सुदर्शन घुले और सुधीर सांगले को गिरफ्तार कर उन्हें सीआईडी के के विशेष जांच दल को सौंप दिया है।
केज की एक अदालत ने गिरफ्तार तीनों लोगों को शनिवार को 18 जनवरी तक सीआईडी हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने अदालत को बताया कि तीनों आरोपी संगठित अपराध में शामिल रहे हैं और कथित तौर पर उन कंपनियों के अधिकारियों को धमकी देने में शामिल थे जो इस क्षेत्र में परियोजनाएं स्थापित करने के लिए आते थे।
मस्साजोंग के सरपंच देशमुख की 9 दिसंबर को उस समय हत्या कर दी गई थी जब उन्होंने बीड में पवनचक्की परियोजना संचालित करने वाली एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली की कोशिश को रोकने का प्रयास किया था।
पुलिस ने देशमुख हत्या मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि एक अन्य आरोपी अब भी फरार है। इससे पहले पुलिस ने जयराम माणिक चांग (21), महेश सखाराम केदार (21), प्रतीक घुले (24) और विष्णु चाटे (45) को गिरफ्तार किया था जबकि एक अन्य आरोपी कृष्णा आंधले अब भी फरार है। वाल्मीकि कराड ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।
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एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नांदेड़ जिले से पकड़े गया एक डॉक्टर और उसकी वकील पत्नी फरार आरोपियों को पकड़ने में अहम कड़ी साबित हुए। उनकी मदद से पुलिस ने पुणे में 2 आरोपियों को पकड़ा। जांच के दौरान सुदर्शन घुले के साथ डॉ. संभाजी वैभासे के कथित संबंध का पता चलने के बाद पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखी थी। पुलिस ने वैभासे को सीआईडी को सौंप दिया ऐसा संदेह है कि वैभासे ने हत्या के बाद घुले की भागने में मदद की थी।