CID ने मुंबई पुलिस को सौंपे मामले के कागजात (सौजन्यः सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र अपराध अन्वेषण विभाग ने बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की मौत से संबंधित मामले के कागजात मुंबई अपराध शाखा को सौंप दिए हैं। अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले की जांच के लिए अपराध शाखा ने एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रथमता एसआईटी कागजात का अध्ययन करेगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की निर्भर होगी। इससे पहले, हिरासत में हुई शिंदे की मौत के सिलसिले में 5 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं करने पर महाराष्ट्र पुलिस को बंबई उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को फटकार लगाई थी, जिसके बाद कुछ घंटो के भीतर दस्तावेज सौंपे गए।
बता दें कि अदालत ने संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) लखमी गौतम की निगरानी में एक विशेष जांच दल के गठन का आदेश दिया था। उसने कहा था कि गौतम अपनी पसंद के अधिकारियों को शामिल करते हुए एसआईटी का गठन करेंगे और इसका नेतृत्व पुलिस उपायुक्त करेंगे। उसने पुलिस हिरासत में शिंदे की मौत की जांच कर रहे राज्य के आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) को दो दिन के भीतर मामले के सभी दस्तावेज गौतम को सौंपने का निर्देश दिया था। पीठ को शुक्रवार को पता चला कि आदेश का अनुपालन नहीं किया गया।
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ज्ञात हो कि ठाणे जिले के बदलापुर के एक स्कूल में 2 बच्चियों के यौन उत्पीड़न के आरोपी शिंदे की 23 सितंबर 2024 को पुलिस के साथ कथित मुठभेड़ में गोली लगने से मौत हो गई थी। घटना उस वक्त हुई थी जब शिंदे को तलोजा जेल से कल्याण ले जाया जा रहा था। पुलिस ने दावा किया कि आरोपी ने उन पर गोलियां चलाईं जिसके बाद वह जवाबी कार्रवाई में मारा गया।
मजिस्ट्रेट की जांच रिपोर्ट में 5 पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराते हुए कहा गया कि इस दावे में दम है कि यह एक फर्जी मुठभेड़ थी। मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट में नामित पुलिस अधिकारी ठाणे अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक संजय शिंदे, सहायक पुलिस निरीक्षक नीलेश मोरे, हेड कांस्टेबल अभिजीत मोरे एवं हरीश तावड़े तथा पुलिस के वाहन चालक सतीश खताल हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)