अंबादास दानवे (सौजन्य-सोशल मीडिया)
छत्रपति संभाजीनगर: महाराष्ट्र की राजनीति में लगातार जारी उलटफेर के बीच शिवसेना यूबीटी विधायक अंबादास दानवे का एक बड़ा बयान सामने आया है। शिवसेना यूबीटी विधायक अंबादास दानवे ने शिवसेना के स्थापना दिवस के अवसर पर गुरुवार को एक खुले पत्र में दावा किया कि महाराष्ट्र की राजनीति ‘गंदी’ हो गई है और वफादारी खरीदने के लिए ‘लालच के बाजार’ सज गए हैं।
क्रिकेट विश्व कप-1983 में भारत-जिम्बाब्वे के मुकाबले के दौरान कपिल देव की 175 रन की शानदार पारी का हवाला देते हुए अंबादास दानवे ने कहा कि उन्हें शिवसेना के हर कार्यकर्ता में एक कपिल देव दिखाई देता है। दानवे ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि शिवसेना गुट (शिंदे) पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे की विरासत का दावा नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा है कि आज के दौर में, बाल ठाकरे के ‘80 प्रतिशत सामाजिक कार्य और 20 प्रतिशत राजनीति’ के मंत्र का पालन करने की जरूरत है। आज केवल शिवसेना के वास्तविक कार्यकर्ताओं को ही यह मंत्र याद है, ‘हमें छोड़कर चले गए लोगों’ सहित अन्य यह मंत्र भूल चुके हैं। उन्होंने कहा कि हम यह विश्वास के साथ कह सकते हैं कि प्रतिद्वंद्वी गुट हमारे संगठन के जनक बाल ठाकरे की विरासत पर दावा नहीं कर सकता।
हमारे आसपास हजारों चुनौतियां ही हमें लड़ने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। 1966 में स्थापित शिवसेना 1995 में सत्ता में आई। अब हमें सत्ता में वापस आने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। हम जनता के मुद्दों को उठाएंगे और उनके लिए आगे आकर लड़ेंगे। हमारा साहस ही हमारी ताकत है और इसमें कमी नहीं आनी चाहिए।
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ठाकरे पिता-पुत्र (उद्धव और उनके बेटे आदित्य) मजबूती से खड़े हैं और हमें उनके साथ खड़ा होना चाहिए। शिंदे की अगुवाई में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह के बाद जून 2022 में शिवसेना दो धड़ों में बंट गई। इसके कारण ठाकरे के नेतृत्व वाली तत्कालीन महा विकास आघाडी सरकार भी गिर गई थी।