संभाजीनगर से अहिल्यानगर रोड (सौ. सोशल मीडिया )
Sambhajinagar To Ahilyanagar Road: छत्रपति संभाजीनगर से अहिल्यानगर मार्ग पर गड्डों के खिलाफ औरंगाबाद खंडपीठ में एक व्यक्तिगत याचिका दायर की गई है।
नेवासा से अहिल्यानगर तक जाने में तीन से चार घंटे लग रहे हैं, जिससे वाहन मालिकों और बस से यात्रा करने वालों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड रहा है।
न्यायमूर्ति विभा कंकनवाड़ी और न्यायमूर्ति हितेन बेनेगावकर ने छत्रपति संभाजीनगर और अहिल्या नगर के कलेक्टर और एसपी को याचिका में प्रतिवादी बनाने का निर्देश दिया है।
इसके अलावा, सड़क की मरम्मत के लिए क्या प्रयास किए गए हैं, इस बारे में भी पूछा गया। राज्य सरकार को नोटिस जारी करते हुए इस अवधि के दौरान हुई दुर्घटनाओं की संख्या के बारे में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए गए।
छत्रपति संभाजीनगर से अहिल्यानगर मार्ग यातायात के लिए महत्वपूर्ण है। विदर्भ, खानदेश और मराठवाडा से बड़ी संख्या में यात्री बसे और वाहन चलते है। अहिल्यानगर से होते हुए पुर्ण जाने वाले लोगों की संख्या बहुत अधिक है।
मराठवाडा, विदर्भ और खानदेश के युवा बड़ी संख्या में आईटी क्षेत्र में नौकरी और शिक्षा के लिए पुणे आते हैं, इसलिए यहीं यातायात का दबाव बहुत अधिक रहता है। छत्रपति संभाजीनगर बस स्टैंड से हर दस मिनट में पुणे के लिए इसे आती है।
जिसमें लाल परी, एशियाड, शिवनेरी, शिवशाही, शिवाई और इलेवट्रिक बसें भी बड़ी संख्या में है। इसके अलावा, मराठवाड़ा के अन्य जिलों के साथ-साथ खानदेश और विदर्भ से भी बड़ी संख्या में बसे आती है इस सड़क पर प्रतिदिन 150 से अधिक निजी बसें पुणे के लिए चलती है।
भारी बारिश के कारण सड़क काफी हद तक क्षतिग्रस्त हो गई है। कई जगहों पर घुटनों तक गहरे गड्ढे है। नेवासा फाटा से शहर की दूरी 45 मिनट है और वास्तव में यात्रा में तीन घंटे लगते हैं। पड आनंद बांगर ने पीठ के समक्ष व्यक्तिगत रूप से पक्षकार बनने की याचिका दायर की।
ये भी पढ़ें :- Sambhajinagar: मराठी टाइपिंग में दो बार फेल, मनपा के 41 लिपिकों पर डिमोशन की तलवार
पीठ ने राज्य सरकार से पूछा कि कितनी दुर्घटनाएं हुई और सड़क की मरम्मत के लिए क्या उपाय किए गए सरकार की ओर से मुख्य सरकार वकील अमरजीत सिंह गिरासे पेश हुए राज्य सरकार की नोटिस जारी किया गया है।