मंत्री संजय शिरसाट को आयकर नोटिस (सौजन्यः सोशल मीडिया)
छत्रपती संभाजीनगर: विट्स होटल की खरीद को लेकर विवादों में घिरे शिवसेना नेता और सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट को आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। नोटिस में पूछा गया है कि 5 साल में आपकी संपत्ति इतनी कैसे बढ़ गई? शिरसाट को जवाब देने के लिए 9 जुलाई तक का समय दिया गया था। लेकिन उन्होंने इस समय सीमा को बढ़ाने की माँग की है। मंत्री संजय शिरसाट ने खुद छत्रपति संभाजीनगर में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए यह जानकारी दी।
पिछले कुछ दिनों से संजय शिरसाट पर कई घोटालों के आरोप लग रहे हैं। छत्रपति संभाजीनगर स्थित होटल विट्स की प्रशासन ने नीलामी की थी। शिरसाट के बेटे की कंपनी ने सबसे ऊंची बोली लगाई। हालाँकि, 110 करोड़ के होटल को बाज़ार भाव से 65 करोड़ में बेचने के मुद्दे पर विपक्षी दलों ने मंत्री शिरसाट पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद शिरसाट नीलामी से हट गए थे। जब यह मामला ताज़ा था, तब उन पर अवैध रूप से वर्ग 2 की ज़मीन ख़रीदने का भी आरोप लगा था।
एमआईएम के पूर्व सांसद इम्तियाज़ जलील ने शिरसाट पर कई अन्य घोटालों के आरोप लगाए हैं। शिरसाट की संपत्ति में कितनी वृद्धि हुई? चुनावी हलफनामे के मुताबिक, 2019 में शिरसाट की संपत्ति 1 करोड़ 21 लाख रुपये थी। 2024 में यह बढ़कर 13 करोड़ 37 लाख रुपये हो गई। उनकी अचल संपत्ति 2019 में 1 करोड़ 24 लाख रुपये थी। 2024 में यह बढ़कर 19 करोड़ 65 लाख रुपये हो गई। 2019 में उनके पास 16 करोड़ रुपये का सोना था। 2024 में उनके पास 1 करोड़ 42 लाख रुपये के आभूषण होने की बात कही गई थी।
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शिरसाट ने कहा ने आयकर विभाग से भी शिरसाट की शिकायत की थी। उसके बाद ही उन्हें यह नोटिस जारी होने की बात कही जा रही है। शिरसाट ने खुद एक कार्यक्रम में घोषणा की कि आयकर विभाग ने नोटिस जारी किया है। आयकर विभाग अपना काम कर रहा है। उन्होंने पूछा है कि 2019 के चुनाव में आपकी संपत्ति कितनी थी, 2024 के चुनाव में आपकी संपत्ति इतनी कैसे बढ़ गई। उन्होंने सिर्फ़ स्पष्टीकरण माँगा है। मुझे जवाब देने के लिए 9 तारीख तक का समय दिया गया था। मैं क़ानूनी तौर पर ज़रूर जवाब दूँगा। मैंने इसके लिए समय बढ़ाने का अनुरोध किया है।
चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के एक कार्यक्रम में शिरसाट ने आयकर नोटिस पर बयान दिया। “काला धन अब नहीं चलेगा। मैंने यह बात अपने लिए कही है, क्योंकि मुझे वास्तव में आयकर का नोटिस मिला है। आपकी संपत्ति इतनी कैसे हो गई?” उन्होंने पूछा। आज के समय में पैसा कमाना तो आसान है, लेकिन उसे ठिकाने लगाना मुश्किल हो गया है, शिरसाट ने इसी कार्यक्रम में यह भी कहा था।
इनकम टैक्स ने शिरसाट को नोटिस जारी कर दिया है। अब ईडी, एंटी करप्शन ब्यूरो जैसी दूसरी एजेंसियों को भी अपना काम करना चाहिए। होटल विट्स का मामला है। दुबई से ढाई करोड़ की कार किसी और के नाम पर कैसे यहाँ लाई गई। जालना रोड पर 25 करोड़ की प्रॉपर्टी 5 करोड़ में कैसे खरीदी गई, क्लास 2 की सीट एक बच्चे के नाम पर कैसे खरीदी गई, ऐसे कई मामले हैं। जब प्रशासन, पुलिस और नेता गुलाम होते हैं, तो ऐसी घटनाएँ होती हैं।