नाना पटोले, शरद पवार, उद्धव ठाकरे (pic credit; social media)
मुंबई: स्थानीय निकाय चुनावों में महाराष्ट्र की राजनीति में बड़े बदलाव होने की संभावना है। आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में राज्य का राजनीतिक माहौल गर्म होता जा रहा है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने साफ कर दिया है कि महागठबंधन स्थानीय निकाय चुनाव मिलकर लड़ेगा। लेकिन विपक्षी दल मिलकर लड़ेंगे या अलग-अलग? इस पर अभी भी सस्पेंस बना हुआ है।
आने वाले दिनों में राज्य में स्थानीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। इसमें राज्य के प्रमुख शहरों में नगर निगम चुनाव भी शामिल होंगे। इन चुनावों की पृष्ठभूमि में राज्य का माहौल अभी से गरमाने लगा है। इन चुनावों को लेकर हर पार्टी के खेमे में हलचल मची हुई है। हर पार्टी इस बात पर विचार कर रही है कि क्या वह स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ सकती है। खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस कह चुके हैं कि आगामी चुनाव महागठबंधन बनाकर लड़ा जाएगा।
गठबंधन या अलग-अलग लड़गें?
दूसरी ओर, इस बात की संभावना कम ही है कि विपक्ष एकजुट होकर चुनाव का सामना करने की नीति अपनाएगा, क्योंकि कांग्रेस नेता नाना पटोले ने आज विधान भवन क्षेत्र में मीडिया को जवाब देते हुए इस पर महत्वपूर्ण टिप्पणी की। नाना पटोले ने स्पष्ट रूप से कहा है कि स्थानीय निकाय चुनाव एकजुट गठबंधन में या अलग-अलग लड़ने का फैसला स्थानीय नेताओं और पदाधिकारियों की राय के आधार पर किया जाएगा।
स्थानीय निकाय चुनाव स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं की राय के अनुसार लड़े जाते हैं। यह कोई हालिया घटना नहीं है, महाराष्ट्र में कई वर्षों से इसी तरह चुनाव लड़े जाते रहे हैं। इसलिए, संजय राउत ने जो कहा, उस पर प्रतिक्रिया देने के बजाय, मेरी प्रतिक्रिया यह होगी कि यह स्थानीय स्तर का चुनाव है। इसलिए आज से कोई भी यह नहीं कह पाएगा कि इन चुनावों में किस जिले या तालुका में कितनी बढ़त होगी। इसलिए आज मेरे लिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं है।
ठाकरे बंधुओं के साथ आने पर होगा फैसला
सभी दलों ने आत्मनिर्भरता की तैयारी कर ली है। उस मुद्दे पर आज चर्चा नहीं हो सकती। जब चुनाव होंगे, तो स्थानीय पदाधिकारियों से सलाह-मशविरा करके इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा। नाना पटोले ने जवाब दिया, इसके अलावा, अगर ठाकरे बंधु एक साथ आते हैं, तो हमारा हाईकमान निर्णय लेगा।
नाना पटोले ने सरकार पर निशाना साधा
इस बीच, नाना पटोले ने विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा कैंटीन कर्मचारी के साथ मारपीट के बाद राज्य सरकार पर निशाना साधा। शिवसेना के एक विधायक ने कैंटीन में एक कर्मचारी की पिटाई कर दी। इससे फडणवीस सरकार की बदनामी हुई। क्या उस कर्मचारी की पिटाई मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को बदनाम करने के लिए की गई थी? लेकिन सवाल यह है कि आज महाराष्ट्र में सत्ताधारी दल ने जो गुंडाराज शुरू कर दिया है, वह पूरी तरह से शर्मनाक है। नाना पटोले ने कहा, यह महाराष्ट्र के लिए गौरव की बात नहीं है।सरकार में गैंगवार चल रहा
सरकार में चल रहा गैंगवार
हमने इन लोगों को कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं दिया है। हमने तो इनके विधायकों को गणपति विसर्जन जुलूस के दौरान भी गोलियां चलाते देखा है। महाराष्ट्र में क्या हो रहा है, महाराष्ट्र कहाँ जा रहा है? जैसे सवाल उठ रहे हैं। इसीलिए इस सरकार के अंदर गैंगवार चल रहा है। मैं आपको यहाँ ये नहीं बता सकता कि एकनाथ शिंदे क्यों गए, क्या हुआ। इस सरकार में गैंगवार चल रहा है। नाना पटोले ने आलोचना करते हुए कहा, “एकनाथ शिंदे उस गैंगवार के बारे में बताने के लिए दिल्ली गए होंगे।