टीचर्स (सौ. सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhaji Nagar News In Hindi: जिले में 29 स्नातक अध्यापकों की ओर से विषयों की हेराफेरी करने के बाद अपने घर के पास स्कूलों में तबादले करवाने की खबर है। इस कथित अनियमितताओं के चलते कई अन्य स्नातक शिक्षकों को 200 किलोमीटर दूर स्थानांतरण स्वीकार करना पड़ा।
इसे गंभीर मामला करार देते हुए शिक्षक समिति ने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग जिला परिषद शिक्षा विभाग से की है। राज्य सरकार ने अध्यापकों के तबादलों में पारदर्शिता लाने व आर्थिक शोषण रोकने के उद्देश्य से ऑनलाइन प्रणाली लागू की थी। इस प्रक्रिया में पूरे राज्य में एक क्लिक पर तबादले किए जाते हैं। वर्ष 2018 में इसी पद्धति से 40 से 50,000 तबादले पारदर्शक रूप से हुए थे। तत्पश्चात यह प्रक्रिया निरंतर जारी है।
वर्ष 2025 में भी कुछ अध्यापकों ने प्रणाली में खामियां निकालीं व अपने विषय बदलकर घर के पास तबादला करवाने में सफल रहे। जिला परिषद स्कूलों में 6ठीं से 8वीं तक पढ़ाने के लिए समाजशास्त्र, विज्ञान व भाषा विषयों पर स्नातक शिक्षक नियुक्त किए जाते हैं। कई शिक्षकों ने 2018 में किसी एक विषय का उल्लेख कर घर के पास तबादला करवा लिया। इस मुद्दे पर शिक्षक समिति ने 18 अगस्त को जिला परिषद में धरना भी दिया था। तदुपरांत समिति ने 29 शिक्षकों की सूची जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, शिक्षा अधिकारी व संबंधित विभाग को सौंपी थी। समिति का आरोप है कि मामला ठंडे बस्ते में है और इन अध्यापकों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ये भी पढ़ें :- छत्रपति संभाजी नगर में हुआ बड़ा घोटाला, सिटी सर्वे ऑफिस के कर्मचारियों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज
अध्यापकों ने चेताया कि यदि तत्काल कार्रवाई नहीं हुई, तो 8 सितंबर को विभागीय आयुक्त कार्यालय के सामने ‘बोंब मारो’ आंदोलन किया जाएगा। प्रशासन को चेतावनी देने वालों में प्रमुख रूप से समिति के श्याम राजपूत, नितिन – नवले, विजय सालकर, रणजीत राठौड़, कडूबा सालवे, दिलीप रासने, केडी मगर, राजू ठाकुर, टीके पुनवटकर, रऊफ पठान, बबन थोरे, विष्णु भंडारी, अशोक डोलस, बबन चव्हाण, कैलास ढेफ्ले, दत्ता खाड़े, पंजाबराव देशमुख आदि शामिल हैं।