शिवणगांव-बेनोड़ा क्षेत्र में भूकंप जैसे झटकों से हड़कंप (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Amravati Earthquake News: अमरावती जिले के तिवसा तहसील के शिवणगांव और बेनोड़ा क्षेत्र में शनिवार आधी रात भूकंप जैसे तेज झटके महसूस किए गए। अचानक आए इन झटकों से घबराकर लोग घरों से बाहर निकल आए। रात 12.55 बजे, फिर सुबह 3.35 बजे और उसके बाद 6.15 बजे-ऐसे तीन बार लगातार कंपन दर्ज किया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्रत्येक झटका लगभग 4 सेकंड तक महसूस हुआ। पूरी रात हुई इस घटना से ग्रामीणों में भय का वातावरण बना रहा तथा पूरा गांव नींद से उठकर बाहर जमा हो गया। सोशल मीडिया पर जानकारी फैलते ही दहशत और बढ़ गई।
तिवसा तहसीलदार डॉ. मयूर कलसे ने घटना की जानकारी तत्काल जिलाधिकारी कार्यालय को दी। हालांकि राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र की ओर से अब तक इस क्षेत्र में भूकंप की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। ऐसे में यह झटके वास्तव में भूकंप के थे या भूगर्भ में किसी अन्य कारण से कंपन हुआ, इस पर अभी स्पष्टता नहीं है।
ग्रामीणों ने इस घटना को गंभीर बताते हुए वैज्ञानिकों को मौके पर भेजकर विस्तृत जांच कराने की मांग की। उनका कहना है कि एक ही रात में तीन बार झटके महसूस होना सामान्य घटना नहीं है। प्रशासन को स्पष्ट रिपोर्ट जारी करनी चाहिए, अन्यथा गांव छोड़ने की स्थिति बन सकती है। इससे पहले भी 17 अक्टूबर को इसी क्षेत्र में भूकंप जैसा झटका महसूस किया गया था। तब आपत्ती प्रबंधन दल ने गांव का दौरा तो किया था, लेकिन भूकंप की पुष्टि नहीं हुई थी। इस बार भी आधिकारिक पंजीयन भले ही न मिला हो, परंतु लगातार झटके महसूस होने से लोगों में भय और असुरक्षा की भावना बढ़ गई है।
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाह न फैलाएं और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर ही विश्वास करें। तहसीलदार डॉ. कलसे ने बताया कि भूगर्भशास्त्र विशेषज्ञों की टीम बुलाने की प्रक्रिया जारी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट होगी।
तिवसा तहसील के शिवणगांव क्षेत्र में हल्के और मध्यम तीव्रता के भूकंप जैसे झटकों से नागरिकों में दहशत का माहौल है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अमरावती लोकसभा क्षेत्र के सांसद बलवंत वानखड़े ने स्वयं गांव का दौरा कर प्रत्यक्ष समीक्षा की और ग्रामवासियों से संवाद साधा।
वानखड़े ने बताया कि इन भूगर्भीय हलचलों के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए भूगर्भ वैज्ञानिकों की विशेष टीम जल्द ही शिवणगांव और फत्तेपुर का दौरा करेगी। वैज्ञानिकों की रिपोर्ट प्राप्त होते ही आगे की आवश्यक कार्रवाई तुरंत की जाएगी। इस दौरान तिवसा तहसीलदार डॉ. मयूर कलसे, पूर्व नगराध्यक्ष वैभव वानखड़े, सरपंच धर्मराज खडसे, पंकज देशमुख, प्रशांत कांबले सहित तहसील प्रशासन के अधिकारी, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित थे।
ये भी पढ़े: निंबी गांव के नागरिक करेंगे चुनाव का बहिष्कार, 70 वर्षों से सड़क निर्माण न होने पर नाराजगी
घटना की जानकारी मिलते ही पूर्व मंत्री यशोमति ठाकुर ने जिलाधीश आशीष येरकर से फोन पर बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि वर्ष 2008 में भी इसी तरह के झटके आए थे। ठाकुर ने प्रशासन को तत्काल आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए।