सेवकराम कलंबे के साथ जाते भाजपा उम्मीदवार (फोटो नवभारत)
Narkhed Nagar Parishad Election: नागपुर जिले की नरखेड़ नगर परिषद की चुनाव प्रक्रिया में नामांकन वापस लेने के अंतिम दिन बड़ा राजनीतिक बवंडर मचा। अध्यक्ष पद के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गट) के उम्मीदवार संजय दाजीबा तरडे और भाजपा के प्रशांत पुंजाराम खुरसंगे ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
वहीं सदस्य पद के लिए भी चार उम्मीदवारों ने नाम वापस ले लिया। अब तक अध्यक्ष पद के 2 और सदस्य पद के 4, कुल 6 उम्मीदवार चुनाव मैदान से बाहर हो चुके हैं।
नाम वापस लेने वाले सदस्य पद के उम्मीदवार प्रभाग 1-ब से अरविंद सातपुते (अपक्ष), प्रभाग 3-ब से महेश सतीश रेवतकर (आप), प्रभाग 5-अ से प्रमिला सुरेश तागड़े (अपक्ष) और प्रभाग 7-ब से सेवकराम मोतीराम कलंबे (राकां, शरद पवार गट) का समावेश है।
इनमें प्रभाग 7-ब के सेवकराम कलंबे की अचानक और नाट्यमय तरीके से नाम वापस लेने की सबसे बड़ी राजनीतिक चर्चा बनी। कलंबे प्रचार भी शुरू कर चुके थे, लेकिन अचानक नामांकन वापस लेने की खबर मिलते ही पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनके घर पहुंचकर उन्हें समझाने की कोशिश की।
इसी दौरान भाजपा के नगराध्यक्ष पद के उम्मीदवार मनोज कोरडे उनके घर पहुंचे और उन्हें अपनी कार में लेकर चुनाव कार्यालय ले गए, जहां उन्होंने नामांकन वापस ले लिया। इस कारण कुछ समय के लिए उनके घर के बाहर तनावपूर्ण माहौल भी बना।
राकांपा (शरद पवार गुट) के नगराध्यक्ष पद के उम्मीदवार सचिन सरडे ने आरोप लगाया कि, भाजपा ने दबाव डालकर हमारे अधिकृत उम्मीदवार को नाम वापस लेने पर मजबूर किया। यह लोकतंत्र की खुली अवहेलना है। नरखेड़ नगर परिषद चुनाव में इन घटनाओं से राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है।
यह भी पढ़ें:- अब पसीने में नहीं, ‘कूल’ होकर दफ्तर पहुंचेंगे मुंबईकर! पूरी तरह AC होने जा रहीं Local ट्रेन
एक ओर भाजपा में आंतरिक कलह और गुटबाजी जारी है, वहीं दूसरी ओर शरद पवार गुट के आरोपों से मुकाबला और कड़ा और रोचक होने के संकेत मिल रहे हैं।
अब नरखेड़ नगर परिषद में अध्यक्ष पद के लिए 8 उम्मीदवार मैदान में है। इनमें चंद्रशेखर बारोकर (निर्दलीय), दिलीप महादेव अरखेल (भीमसेना), विनोद प्रभाकर क्षीरसागर (आम आदमी पार्टी), अभिजीत रमेश गुप्ता (पीआरपी), मनोज रमेश कोरडे (भाजपा), पवन प्रकाश राऊत (बसपा), प्रशांत देवराव टेकाडे (अजित पवार गुट) और सचिन प्रकाश चरडे (शरद पवार गुट) शामिल है।
सदस्य पद के लिए विभिन्न दलों और निर्दलीय मिलाकर 102 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, नरखेड़ का राजनीतिक माहौल और अधिक गरमाने लगा है। यह चुनाव अब केवल नगर परिषद तक सीमित न रहकर राजनीतिक प्रतिष्ठा का बड़ा संग्राम बनता जा रहा है।