(प्रतीकात्म्क तस्वीर)
Amravati News In Hindi: ग्रामीण विकास, पंचायत राज, उद्योग, ऊर्जा एवं श्रम विभागों के लंबित आश्वासनों के संबंध में विधानसभा आश्वासन समिति के सभापति विधायक रवि राणा की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में विभिन्न लंबित मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा की गई और महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसमें संत गाडगे बाबा समाधि के विकास कार्यों, बिना निविदा प्रक्रिया के कृषि उपकरणों की खरीदी, सिलाई मशीन, कृषि पंपों की खरीदी, भूषण स्टील कंपनी द्वारा खनन में विस्फोट, जिससे 148 लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुए, की गंभीरता से जांच की जाएगी।
ऊर्जा विभाग द्वारा लगाए गए स्मार्ट मीटरों के कारण बिजली का बिल अधिक आ रहा है। पुराने मीटरों के अनुसार ही बिल लिया जाए।उद्योग विभाग के माध्यम से जहां परियोजनाएं बनाई जा रही हैं, वहां भूमिधारकों को नौकरी दी जा रही क्या। इसे नीति समिति के समक्ष रखा जाना चाहिए। बैठक में ऐसे विभिन्न मामलों की जांच के आदेश दिए गए।
बैठक में अध्यक्ष ने संत गाडगे बाबा स्मारक समाधि क्षेत्र में विकास कार्यों पर असंतोष व्यक्त किया और संबंधित अधिकारियों को जिलाधिकारी के माध्यम से तृतीय पक्ष ऑडिट कराने के स्पष्ट आदेश दिए। यह भी निर्देश दिया गया कि रिपोर्ट समिति को प्रस्तुत की जाए और मामले को साक्ष्य के रूप में रखा जाए।
इसके अलावा सभा में अन्य महत्वपूर्ण मामलों पर जांच के आदेश दिए गए। जिसमें सिलाई मशीनों और कृषि पंपों की खरीद में हुए लेन-देन की जाँच की जाएगी और संबंधित खर्चों की पारदर्शिता पर संदेह व्यक्त किया गया।
बिना निविदा प्रक्रिया के कृषि उपकरणों की खरीद के मामले को गंभीरता से लिया गया और जांच के आदेश दिए गए। भूषण स्टील कंपनी के खनन के दौरान ब्लास्टिंग से 148 घरों को हुए नुकसान के मामले की जांच करने और पीड़ितों को न्याय दिलाने के निर्देश दिए गए। बैठक में विधायक सर्वश्री राजेश पवार, सचिन कल्याण शेट्टी, अमित जनक, विक्रम सातपुते, अमोल पाटिल उपस्थित थे।
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विधानसभा सचिव जितेंद्र भोले के साथ ग्रामीण विकास विभाग के उप सचिव प्रशांत पाटिल, शिरीष कुमार, सुभाष इंगले, रवि लिंगवाड़, संसदीय कार्य विभाग के संयुक्त सचिव अनिल राणे, एमसीए रवींद्र शिंदे, अति एमसीए सत्यजीत बढ़े, परीक्षित यादव, बी एस मोहन, आर एस देवांग, संबंधित वरिष्ठ अधिकारी और जिला परिषद के अधिकारी उपस्थित थे। कमेटी ने जब सभी से रिपोर्ट ली तो उन्होंने मिली-जुली प्रतिक्रिया दी। इस समय सभापति रवि राणा काफी नाराज हो गए।