नायब तहसीलदार धमकी मामले में प्रहार कार्यकर्ता गिरफ्तार। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
अकोला: नायब तहसीलदार की शिकायत पर प्रहार जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ता अरविंद पाटिल वानखड़े के खिलाफ अनुसूचित जाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। वानखड़े पर आरोप है कि उन्होंने कार को लेकर हुए विवाद में निजी ड्राइवर को धमकाया और गाली देते हुए कहा, “अगर वही ड्राइवर दिखे तो दोनों को जिंदा जला दूंगा।”
बुधवार दोपहर पुलिस उपनिरीक्षक बंडू मेश्राम और क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे अकोला रेस्ट हाउस से गिरफ्तार कर लिया। मेडिकल जांच के दौरान सीने में दर्द की शिकायत के बाद उसे अकोला जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस मामले में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
अरविंद पाटिल को एक नायब तहसीलदार को जाति-आधारित गालियां देकर जान से मारने की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही इस मामले में पांच आरोपी हैं, जिनमें से तीन सचिन निमकाले, स्वप्निल पजाई और सचिन तायडे अभी भी फरार हैं। एक संदिग्ध की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। शेष आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर स्वप्निल पजाई विवरा को भी शामिल किया गया है। आरोपी सचिन निमकाले, स्वप्निल पजाई और सचिन तायडे फरार हैं और उन्हें ढूंढने के लिए एक विशेष टीम काम कर रही है।
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वहीं दूसरी घटना में किसानों की सम्पूर्ण कर्ज माफी की मांग को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी की ओर से 2 मई को दोपहर 12 बजे अकोला क्रिकेट क्लब मैदान से भव्य ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। शहर की सड़कें किसानों और शिवसैनिकों के नारों, हाथों में कर्ज माफी की घोषणा करने वाली तख्तियों और सैकड़ों ट्रैक्टरों से भरी हुई थीं।
शिवसेना ने आरोप लगाया कि महागठबंधन सरकार ने अपने चुनाव घोषणापत्र में कृषि ऋण माफी की घोषणा की और किसानों के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा की, लेकिन वास्तव में ये घोषणाएं केवल कागजों तक ही सीमित रहीं।
शिवसेना के उपनेता विधायक नितिनबापू देशमुख के नेतृत्व में 2 मई को जिला कलेक्टर कार्यालय, अकोला पर एक भव्य ट्रैक्टर मार्च का आयोजन किया गया। चिलचिलाती धूप में निकाले गए इस मार्च में बड़ी संख्या में शिवसेना के पूर्व पदाधिकारी और किसान शामिल हुए। जिला कलेक्टर कार्यालय तक मार्च निकालने के बाद शिवसेना नेताओं ने जिला कलेक्टर को कर्ज माफी के संबंध में एक ज्ञापन सौंपा।