काटेपूर्णा डैम (सौ. सोशल मीडिया )
Akola News In Hindi: फिलहाल अकोला जिले के सभी बांधों में भरपूर पानी उपलब्ध हो गया है। सभी बांधों में भरपूर जल भंडारण है। अकोला शहर में जलापूर्ति करनेवाले महान गांव में स्थित काटेपूर्णा बांध में इस समय 96.79 प्रश से अधिक जलभंडारण है।
पिछले दिनों काटेपूर्णा बांध के सभी गेट खोले गए थे। आनेवाले समय में काटेपूर्णा बांध में और भी पानी उपलब्ध होने की पूरी संभावना है। इसी तरह अकोला जिले की तेल्हारा तहसील में स्थित वान बांध में 98।10 प्रश जल भंडारण है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बांध के दो गेट हाल ही में 10 सेंमी खोले गए थे और इस बांध से 18.34 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। इसी तरह पातुर तहसील में स्थित मोर्ना प्रकल्प शत प्रतिशत भर गया है।
मोर्ना प्रकल्प से 5.43 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इसी तरह पातुर तहसील में ही स्थित निगुर्ना प्रकल्प भी शत प्रतिशत भर चुका है। इस बांध से 2.34 क्यूसेक पानी लगातार छोड़ा जा रहा है। इसी तरह मुर्तिजापुर तहसील में स्थित उमा प्रकल्प 88.61 प्रश भर गया है। इसी प्रकार बार्शीटाकली तहसील में स्थित दगड़पारवा प्रकल्प में 97.97 प्रश जल भंडारण हो गया है। इस तरह अकोला जिले के सभी जल प्रकल्प करीब करीब ओवरफ्लो हो रहे हैं। सभी बांध लबालब भरे होने के कारण इस बार कहीं भी जलसंकट की स्थिति नहीं रहेगी ऐसा दिखाई दे रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले भर की पीने के पानी की समस्या तो हल हो ही गई हैं। इसी तरह मवेशियों की भी चारे पानी की समस्या हल हो गई है। और तो और काटेपूर्णा बांध तथा वान बांध से किसानों को सिंचाई के लिए भी कुछ पानी उपलब्ध करवाया जाएगा। जिसका लाभ जिले में रबी की फसलों को मिलेगा। इस वर्ष अच्छी बारिश होने के कारण खेतों में काफी गहराई तक नमी हैं। यह देखते हुए ऐसा लगता है कि आनेवाले समय में रबी की फसल भी अच्छी होगी। कुछ किसानों से बातचीत करने पर उन्होंने कहा कि, इस वर्ष अच्छी बारिश होने के कारण और खेतों में गहराई तक नमी होने के कारण हमें पूरी उम्मीद है कि रबी की फसलों के लिए भी काफी अच्छा वातावरण रहेगा।
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काटेपूर्णा बांध से अकोला शहर को नलों द्वारा जलापूर्ति की जाती है। इस समय मनपा प्रशासन द्वारा दो दिनों में एक बार जलापूर्ति की जा रही है। काटेपूर्णा बांध में भरपूर पानी उपलब्ध है। इसलिए मनपा ने अब शहर में नियमित रूप से जलापूर्ति करनी चाहिए। जिससे लोगों को दो दिनों के लिए पानी का संचय करके नहीं रखना पड़ेगा। इस तरह की मांग लोगों द्वारा की जा रही है। पानी की बरबादी ना हो इसके लिए जलापूर्ति का समय थोड़ा कम रखें लेकिन लोगों को नियमित रूप से पानी उपलब्ध करवाएं।