
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Bribe For Government Scheme: सरकार की आंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना के अंतर्गत मिलने वाले 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मंजूर कराने के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगने वाले निजी शिक्षक और एजेंट को अकोला एन्टी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने रंगेहाथ पकड़ा। आरोपी शैलेंद्र बगाटे (43) निजी शिक्षक और एजेंट के रूप में काम करता है। अकाेला के कैलास टेकडी का निवासी है।
शिकायतकर्ता ने 13 जून 2025 को आंतरजातीय विवाह किया था। सरकार की योजना के अनुसार ऐसे विवाह के लिए 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके लिए शिकायतकर्ता ने सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ 2 सितंबर 2025 को जिला परिषद, अकोला के समाज कल्याण विभाग में आवेदन किया था। लेकिन लंबे समय तक राशि मंजूर नहीं हुई।
जांच के दौरान आरोपी ने काम करवाने के लिए 5 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने रिश्वत देने से इनकार करते हुए 17 दिसंबर को एसीबी, अकोला में शिकायत दर्ज कराई थी। एसीबी ने पंचों की मौजूदगी में पड़ताल की, जिसमें आरोपी ने अनुदान मंजूर कराने के लिए पहले चरण में 3 हजार रुपए राशि की मांग की और शेष 2 हजार रुपए बाद में लेने की बात कही। इसके बाद एसीबी ने जाल रचकर जिला परिषद कार्यालय के सामने आरोपी को 3 हजार रुपए की रिश्वत स्वीकारते समय रंगेहाथ पकड़ा।
यह भी पढ़ें:- माणिकराव कोकाटे ने मंत्री पद से दिया इस्तीफा, किसी भी वक्त गिरफ्तारी संभव! नासिक पुलिस मुंबई रवाना
आरोपी को हिरासत में लेकर सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में भ्रष्टाचार प्रतिबंधक अधिनियम 1988 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। यह संपूर्ण कार्रवाई बापू बांगर, पुलिस अधीक्षक, एसीबी अमरावती परिक्षेत्र तथा सचिन्द्र शिंदे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में पुलिस उपअधीक्षक मिलिंदकुमार बहाकर, पुलिस निरीक्षक प्रवीण वेरूलकर और एसीबी की टीम ने सफलतापूर्वक अंजाम दी।






