श्रीरामपुर और जामखेड में नगर पालिका प्रचारसभा (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Shrirampur Election Rally: राज्य की महिलाएं, किसान और आम नागरिकों का हित सरकार की पहली प्राथमिकता है। हमारे द्वारा शुरू की गई लाडकी बहिण योजना बंद होने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन जब तक आपका भाई एकनाथ शिंदे सरकार में है, तब तक शुरू की गई कोई भी योजना बंद नहीं की जाएगी। किसानों के कर्जमाफी की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है और जल्द ही कर्जमाफी की घोषणा की जाएगी। यह विश्वास उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने श्रीरामपुर में शिवसेना के नगराध्यक्ष पद के उम्मीदवार प्रकाश चित्ते और पूरे पैनल के प्रचारसभा को संबोधित करते समय व्यक्त किया। सभा की अध्यक्षता पूर्व सांसद सदाशिव लोखंडे ने की। मंच पर पूर्व विधायक भानुदास मुरकुटे, भाऊसाहेब कांबळे, प्रकाश चित्ते, उम्मीदवार मंजुश्री मुरकुटे, सागर बेग समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
शिंदे ने कहा कि मैं बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा पर चलने वाला कार्यकर्ता हूं। मैं सत्ता से बाहर आया तभी से कुछ लोगों को पेटदर्द शुरू हुआ, और आज भी जारी है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि मेरे बेटे डॉक्टर हैं, लेकिन मुझे भी छोटे-बड़े ऑपरेशन करना आता है और मैं करता भी रहता हूं। इसलिए विपक्ष ने थोड़ी शांति रखनी चाहिए। शिंदे ने आगे कहा कि हमने महिलाओं और गरीबों के लिए कई योजनाएं शुरू कीं।
श्रीरामपूर येथे बहुरंगी लढत असली तरी खरी लढत प्रस्थापितांना पाणी पाजून हिंदुत्वाचा आवाज बुलंद करण्याचीच असल्याचे यावेळी स्पष्ट केले. शिवसेनेचे नगराध्यक्षपदाचे उमेदवार प्रकाश चित्ते यांनी काही दिवसांपूर्वी शिवसेनेमध्ये प्रवेश केला. हिंदुत्त्वासोबत इतर रंग मिसळू लागल्याने… https://t.co/Di2O9Xwd82 pic.twitter.com/OPTQU9GGUn — Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) November 24, 2025
किसानों के लिए कर्जमाफी का निर्णय भी हमने लिया है और उसकी प्रक्रिया जारी है। शिंदे ने दावा किया, बालासाहेब ठाकरे कहते थे कांग्रेस से समझौता मत करो। लेकिन कुछ लोगों ने शिवसेना को कांग्रेस के दरवाजे पर बाँधने का पाप किया। इसलिए मैंने संघर्ष किया और महाराष्ट्र में हिंदुत्व का सरकार लाया। उन्होंने श्रीरामपुर में विकास लाने और पुराने गौरव को पुनः प्राप्त कराने के लिए प्रकाश चित्ते और उनकी पूरी टीम का समर्थन करने की अपील की।
जामखेड। एक व्यक्ति पानी की योजना लाता है और दूसरा उसे रोक देता है इस राजनीति की वजह से जामखेड की जनता पिस रही है। अब यहां के पुराने नेताओं को घर बैठाना होगा। यदि आप सभी सरकारी योजनाओं का लाभ चाहते हैं तो धनुष्य-बाण (शिवसेना के चुनाव चिन्ह) पर मुहर लगाएं। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे जामखेड नगर पालिका चुनाव के अवसर पर आयोजित शिवसेना की प्रचारसभा में बोल रहे थे। मंच पर डॉ. राजू वाघमारे, डॉ. ज्योतीताई वाघमारे, जिल्हाप्रमुख बाबूशेठ टायरवाले, तालुकाप्रमुख प्रा. कैलाश माने सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
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शिंदे ने कहा कि जामखेड में शिवसेना ने उत्कृष्ट पैनल उतारा है। विभिन्न समाजों के लोग विकास के लिए एकजुट हुए हैं। यह लड़ाई सत्ता और स्वार्थ के लिए नहीं, बल्कि विकास और बदलाव के लिए है। उन्होंने कहा कि जब वे पहली बार जामखेड आए थे, तब सड़क और गड्ढे में पहचान करना मुश्किल था चारों ओर धूल और गंदगी थी। इस स्थिति को बदलने के लिए जनता को साथ आना होगा। उन्होंने कहा, मैं मुख्यमंत्री रहते हुए मुख्यमंत्री सहायता निधि से 450 करोड़ रुपये देकर 70 हजार मरीजों की जान बचाई, लाडकी बहिण योजना शुरू की। कोई भी आए इन योजनाओं को बंद नहीं कर सकता, यह एकनाथ शिंदे की कमिटमेंट है।
सभा के दौरान दर्शकों ने श्रीरामपुर को जिला बनाने की मांग उठाई। इस पर शिंदे बोले आचार संहिता होने के कारण मैं ज्यादा नहीं बोल सकता, लेकिन इसके लिए जो-जो प्रक्रिया जरूरी होगी वह जरूर पूरी की जाएगी। उनके इस बयान के बाद वर्षों से लंबित जिला विभाजन की चर्चा फिर तेज हो गई है।