केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान (फोटो- सोशल मीडिया)
भोपाल: देश में खेती को नई ऊंचाई देने के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत हुई है। कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने अपने संसदीय क्षेत्र से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरुआत करते हुए यह ऐलान किया कि अब वैज्ञानिक किसानों के खेतों तक जाकर उन्हें नई तकनीकों और समस्याओं के समाधान की जानकारी देंगे। इस यात्रा के दौरान उन्होंने न केवल महिलाओं, किसानों और युवाओं से संवाद किया, बल्कि यह भी स्पष्ट किया कि विकसित भारत सिर्फ सड़कों और इमारतों से नहीं, बल्कि लोगों के जीवन स्तर से बनेगा। उनका यह संदेश गांव-गांव में बदलाव की नई उम्मीद लेकर आया है।
खेती को फायदे का सौदा बनाने के उद्देश्य से अब एक विशेष अभियान की शुरुआत की जा रही है, जिसमें वैज्ञानिकों की 2170 टीमें बनाई गई हैं। हर टीम 3 से 4 वैज्ञानिकों की होगी जो गांवों में जाकर किसानों से सीधा संवाद करेंगी। वे जमीन की गुणवत्ता, फसल में लगने वाले कीट, जलवायु परिवर्तन और पोषक तत्वों की जानकारी देंगे और किसानों की शंकाओं का समाधान भी करेंगे। यह संवाद केवल एकतरफा नहीं बल्कि दोनों पक्षों के बीच होगा, जिससे किसानों को वास्तविक लाभ मिल सके।
मेरे देश की धरती
सोना उगले, उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरतीविकसित भारत संकल्प पदयात्रा pic.twitter.com/dM4cB1Uf1x
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 25, 2025
पदयात्रा में वैज्ञानिकों की भागीदारी
यात्रा में विशेष बात यह रही कि इस बार केवल योजनाओं की जानकारी ही नहीं दी गई, बल्कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और अन्य वैज्ञानिक संस्थानों के वरिष्ठ वैज्ञानिक भी यात्रा में शामिल हुए। ये वैज्ञानिक खेतों में जाकर सीधे किसानों से बातचीत करेंगे और रिसर्च की जानकारी देंगे।
इलाज के नाम पर अस्पताल की जगह होटल…जयपुर में कैदियों की मौज-मस्ती के चौंकाने वाले खुलासे
सशक्त भारत की दिशा में नया प्रयोग
केंद्रीय मंत्री ने यह स्पष्ट किया कि विकसित भारत केवल बड़ी योजनाओं से नहीं बनेगा, बल्कि तब बनेगा जब गांव की महिलाएं आत्मनिर्भर बनें, किसान लाभ में रहें और युवा सरकारी योजनाओं से जुड़कर आगे बढ़ें। इसी सोच के तहत वे स्वयं गांवों में पदयात्रा कर जनसंवाद कर रहे हैं। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान ने ये यात्रा अपने ग्रह क्षेत्र से शुरू की है।