मध्य प्रदेश में एक मां ने जिंदा नवजात बच्ची को अस्पताल के टॉयलेट के कमोड में बहा दिया (फोटो- सोशल मीडिया)
MP Chhindwara newborn baby flushed alive in toilet: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक कलयुगी मां ने अपनी ही नवजात बच्ची को अस्पताल के टॉयलेट में जिंदा फ्लश कर दिया। पहले समझा जा रहा था कि बच्ची मृत पैदा हुई होगी, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने रोंगटे खड़े कर देने वाला खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जब मासूम को कमोड में डाला गया तो उसकी सांसें चल रही थीं। पानी में डूबने और दम घुटने से उसकी दर्दनाक मौत हुई।
परासिया सिविल हॉस्पिटल में हुई इस घटना ने हर किसी का दिल दहला दिया है। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि घटना वाले दिन सोमवार को ओपीडी में कुल पंद्रह गर्भवती महिलाएं चेकअप के लिए पहुंची थीं। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए इनमें से चौदह महिलाओं की पहचान कर ली है और उनके रिकॉर्ड की जांच कर ली गई है। हालांकि, एक संदिग्ध महिला अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है, जिसकी पूरी जानकारी अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। पुलिस को आशंका है कि इसी महिला ने अस्पताल के टॉयलेट में चुपचाप बच्ची को जन्म दिया और सबूत मिटाने के लिए उसे फ्लश करके वहां से फरार हो गई।
इस खौफनाक वारदात का खुलासा तब हुआ जब शाम के वक्त अस्पताल की सफाईकर्मी टॉयलेट साफ करने पहुंची। उसने देखा कि फ्लश बटन दबाने पर भी पानी नहीं आ रहा है। जब उसने कमोड के अंदर झांककर देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि अंदर एक नवजात बच्चे का सिर और हाथ फंसा हुआ दिखाई दे रहा था। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। करीब सात घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद टॉयलेट शीट और कमोड को तोड़कर मासूम के शव को बाहर निकाला गया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची की गर्भनाल अभी भी उसके शरीर से जुड़ी हुई थी, जो बताता है कि जन्म के तुरंत बाद ही उसे मारने की कोशिश की गई।
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शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में बच्ची के फेफड़ों और पेट में पानी भरने की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने इसे हत्या का मामला मानते हुए जांच तेज कर दी है। पुलिस उस निर्दयी मां की तलाश में अस्पताल में लगे 26 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज बारीकी से खंगाल रही है। पुलिस के सामने चुनौती यह है कि जिस टॉयलेट में यह घटना हुई, उसके ठीक आसपास कोई कैमरा नहीं लगा था। फिर भी, पुलिस टीम गैलरी और अस्पताल के एंट्री गेट के कैमरों की मदद ले रही है, ताकि उस संदिग्ध महिला और उसके साथ आए परिजनों की पहचान की जा सके। पुलिस का मानना है कि जल्द ही आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया जाएगा।