सीमा कुमारी
नवभारत डिजिटल टीम: हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन ‘दिवाली’ (Diwali 2023) का महापर्व पर्व मनाया जाता है। इस त्योहार की धूम भारत से लेकर विदेशों में भी देखने को मिलती है। इस साल दीपावली का पर्व 12 नवंबर 2023 रविवार (Diwali 2023 Date) के दिन मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर सुख-समृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) और भगवान गणेश ( Lord Ganesha) जी की पूजा की जाती है।
इस दिन लोग अपने घरों को दीपक से रोशन करते हैं। मान्यता है कि इस दिन प्रभु श्रीराम अपना 14 साल का वनवास काट कर लौटे थे और उसी की खुशी में ये त्योहार मनाया जाता है और घर में नए- नए पकवान बनाए जाते हैं और मां लक्ष्मी- गणेश जी की पूजा की जाती है। कहते हैं लक्ष्मी-गणेश के पूजन से घर में सुख- समृद्धि आती है और धन की वर्षा भी होती है। लेकिन अगर आप चाहते हैं कि घर में बरकत हो, तो लक्ष्मी मां और गणेश भगवान की मूर्ति खरीदते हुए रखें इन बातों का ध्यान। ऐसे में आइए जानें इस बारे में-
ज्योतिष -शास्त्र के अनुसार, देवी लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते समय ध्यान रहे कि वह उल्लू पर सवार न हों। साथ ही ऐसी मूर्ति भी न खरीदें जिसमें वह खड़ी हुई मुद्रा में हों, क्योंकि ऐसी मूर्ति उनके जाने का प्रतीक मानी जाती है। इसके स्थान पर ऐसी मूर्ति होनी चाहिए जिसमें वह कमल पर विराजमान हों, क्योंकि ऐसी मूर्ति घर-परिवार के लिए शुभ मानी जाती है।
पूजा के लिए गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि मूर्ति में उनकी सूंड बाईं तरफ हो। साथ ही गणपति की मूर्ति सदैव बैठी हुई मुद्रा में ही खरीदें।
दिवाली पर मां लक्ष्मी और श्री गणेश की पूजा किए जाने की परम्परा है, लिहाजा इनकी मूर्ति हमेशा अलग-अलग खरीदें। कुछ लोग लक्ष्मी और गणेश की जुड़ी हुई मूर्ति की पूजा करते हैं जो कि गलत है। हमेशा दोनों भगवान की मूर्ति अलग-अलग ही लें। गणेश जी की नई मूर्ति खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें की उनकी सवारी मूषक और मिठाई मोदक भी साथ में जरूर हो।