सफेद बालों के लिए आयुर्वेदिक आंवला-भृंगराज तेल (सौ.सोशल मीडिया)
Premature Graying Hair Treatment: आजकल उम्र बढ़ने से पहले ही युवाओं में कई स्वास्थ्य समस्याएं नजर आने लगी है। इसमें असमय बालों के सफेद (प्रीमेच्योर ग्रेइंग ऑफ हेयर) होने की समस्या सबसे आम हो गई है। बालों के असमय ही सफेद होने के पीछे कई कारण होते है, पोषण,आहार और तनाव, नींद की कमी आदि। बालों की सेहत के लिए हम खानपान ही नहीं कुछ और बातों पर ध्यान दे सकते है। असमय सफेद होने वाले बालों के लिए आयुर्वेद में कई नुस्खे छिपे है। वहीं पर कारणों में बदलाव कर आप इस समस्या से निजात पा सकते है।
समय से पहले बालों का सफेद होना आम समस्या है इसके कई कारण है जिनके बारे में जानते है।
1. प्राकृतिक कारण: हमारी त्वचा में मेलानोसाइट्स (Melanocytes) नामक कोशिकाएँ होती हैं। ये कोशिकाएँ मेलानिन (Melanin) नामक एक पिगमेंट बनाती हैं जो बालों को काला बनाए रखता है। उम्र बढ़ने के साथ, ये मेलानोसाइट्स कम होने लगती हैं या काम करना बंद कर देती हैं, जिससे बाल सफेद होने लगते हैं। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है।
2. असमय सफेद होने (Premature Graying) के कारण: कई बार यह प्रक्रिया वक्त से बहुत पहले शुरू हो जाती है। इसके लिए कई कारक जिम्मेदार हो सकते हैं, जैसे:
◦ जेनेटिक कारण
◦ तनाव (स्ट्रेस)
◦ खराब पोषण (पुअर न्यूट्रिशन)
◦ हार्मोनल असंतुलन (हार्मोनल इंबैलेंस)
◦ धूम्रपान (स्मोकिंग)
◦ कुछ दवाइयां लेना
3- आयुर्वेद की मदद से
बालों के असमसय सफेद होने या टूटकर गिरने की समस्या (प्रीमेच्योर ग्रेइंग) का प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सकता है।
बालों को आयुर्वेदिक तरीके से रंगत आप दिला सकते है। इसके लिए आंवला और भृंगराज के तेल को बालों के लिए बना सकते है। इसे बनाने के लिए बस 4 चीजों की आवश्यकता होगी।
1. आंवला (Amla): यह विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। यह बालों को ऑक्सीडेटिव डैमेज से बचाता है, बालों को काला और घना बनाता है, और उन्हें वक्त से पहले सफेद होने से भी बचाता है।
2. कड़ी पत्ता (Curry leaves): यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है और हेयर फॉलिकल्स में मेलानिन के उत्पादन को पुनर्स्थापित (restore) करता है, जिससे बाल काले होने लगते हैं।
3. भृंगराज (Bhringraj): यह बालों से संबंधित हर समस्या को हल करने वाली एक प्रभावी आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। यह बालों में प्राकृतिक रंग को बनाए रखता है और मेलानोसाइट्स को उत्तेजित (stimulate) करके अधिक मेलानिन पिगमेंट उत्पन्न करता है, जिससे बाल काले होने लगते हैं। सूखा हुआ भृंगराज आयुर्वेदिक दुकानों या ऑनलाइन (जैसे अमेज़ॅन) पर आसानी से उपलब्ध होता है।
4. नारियल का तेल (Coconut oil): इसमें लोरिक एसिड (Lauric Acid) और मीडियम चेन फैटी एसिड होते हैं जो स्कैल्प और हेयर फॉलिकल्स को पोषण देते हैं। यह बालों को झड़ने और टूटने से भी बचाता है, साथ ही रूसी (खुशी) को भी दूर करता है।
सफेद बालों से मिलेगी मुक्ति (सौ.सोशल मीडिया)
आप बालों में इसे हफ्ते में दो से तीन बार लगा सकते है। अगर आप लगातार 20 दिन तक इस आयुर्वेदिक तेल का इस्तेमाल करते है तो बालों में फर्क देखने के लिए मिलता है। बालों के लिए इस तेल का इस्तेमाल करने के दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। किसी बीमारी, दवाइयों या तनाव की वजह से सफेद हो रहे हैं, तो इस स्थिति में बालों को वापस काला किया जा सकता है, और उनमें पिगमेंट (रंग) वापस आ सकता है। इसके लिए इस होम रेमेडी का नियमित उपयोग करना बहुत जरूरी है।
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बालों में तेल के अलावा प्राकृतिक रंग और मजबूती पाने के लिए आपको खानपान में बदलाव कर लेना चाहिए।