बिहार विधानसभा चुनाव 2025, (कॉन्सेप्ट फोटो)
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। दीपावली में एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी अपने लोगों से मिलकर उनको बधाई दे रहे हैं। दोनों गठबंधन (एनडीए और महागठबंधन) में पहले चरण को लेकर टिकटों का बंटवारा हो चुका है। इसमें गठबंधनों ने अपने वोट बैंक के हिसाब से सामाजिक समीकरण को विस्तार देने की कोशिश की है। दोनों ओर से अभी तक घोषित कैंडिडेट लिस्ट में इसकी बानगी है। एनडीए की ओर से पहले चरण के चुनाव को लेकर जारी 121 सीटों में 48 सवर्णो को टिकट दिया गया है। जबकि महागठबंधन ने 23 सवर्णो को अपना प्रत्याशी बनाया है।
एनडीए ने सवर्णो में जहां सबसे ज्यादा राजपूतों पर भरोसा जताया है और 21 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। वहीं महागठबंधन ने भूमिहारों पर अपना दांव खेला है। महागठबंधन ने 11 भूमिहारों को अपना प्रत्याशी बनाया है।
महागठबंधन ने पहले चरण में 08 मुस्लिम प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि एनडीए की पहले चरण की लिस्ट में कोई प्रत्याशी भी मुस्लिम प्रत्याशी नहीं है। आरजेडी ने एमवाई समीकरण पर भरोसा करते हुए 51 सीटों 34 यादव और 6 मुस्लिमों को टिकट दिया है। जबकि एनडीए ने 8 यादवों को चुनावी मैदान में उतारा है और कांग्रेस ने दो सीट पर यादव प्रत्याशी उतारे हैं।
कांग्रेस बिहार में अपनी खोयी जमीन वापस पाने की कवायद में लगी है। इसको लेकर पार्टी की ओर से अपने परंपरागत वोट बैंक सवर्ण, मुसलमान तथा दलित समाज पर एक बार फिर से भरोसा जताया है। इसके साथ ही पार्टी ने पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग को भी तरजीह दी है। अपने कोर वोट बैंक मुस्लिमों को भी अपना उम्मीदवार बनाया है। बिहार में पहली बार चुनाव लड़ रही जन सुराज ने पहले चरण के चुनाव में सबसे ज्यादा सवर्णों पर भरोसा जताया है। पार्टी ने सवर्णो में सबसे ज्यादा 20 भूमिहारों को टिकट दिया है। इसी प्रकार से नौ पिछड़ों को टिकट दिया है।
एनडीए ने पहले चरण के चुनाव को लेकर 121 सीटों पर अपने सभी प्रत्याशी की घोषणा कर दिए हैं। इसमें एनडीए गठबंधन की ओर से सवर्णों को 48 सीटों पर अपने प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। इसमें सबसे ज्यादा राजपूतों को टिकट दिया गया है। राजपूतों को एनडीए ने 20 सीटों पर अपना प्रत्याशी बनाया है। इसमें 12 बीजेपी, 06 जदयू, 02 लोजपा के प्रत्याशी हैं। इसी प्रकार से संख्या के आधार पर एनडीए ने भूमिहार जाति से 17 उम्मीदवार उतारे हैं। 17 में बीजेपी की ओर से 08, जदयू ने 06, लोजपा ने 03 प्रत्याशी दिए हैं। सवर्णो में ब्राह्मणों को 10 सीट दिए गए हैं। इसमें बीजेपी ने 08, जदयू ने 02 टिकट दिए हैं। एनडीए गठबंधन के अन्य घटक दल लोजपा (आर), जीतन राम मांझी की पार्टी हम और उपेंद्र कुशवाहा की रालोमो ने पहले चरण के चुनाव के लिए किसी भी सीट किसी ब्राह्मण को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया है। कायस्थ जाति को सिर्फ एनडीए में एक सीट मिला है। वह भी बीजेपी ने अपने कोटे से दिया है।
पहले चरण के चुनाव में एनडीए ने एक भी सीट पर किसी मुस्लिम को अपना प्रत्याशी नहीं बनाया है। पासी, कलवार, चौरसिया, को एक, धोबी को 02, मल्लाह को 03, मुसहर और धानुक को 04, रविदास और तेली को 05, वैश्य को 06, पासवान को 07, यादव को 08, कोयरी को 12 और 13 कुर्मी को एनडीए ने अपना प्रत्याशी बनाया है। अर्थात पिछड़ा वर्ग से 39, अति पिछड़ा 14 और अनुसूचित जाति के 19 प्रत्याशियों को अपना प्रत्याशी बनाया है।
एनडीए ने जहां सवर्णों पर अपना भरोसा जताया है वहीं महागठबंधन ने सबसे ज्यादा पिछड़ा जाति पर अपना भरोसा जताया है। पहले चरण में होने वाले 121 सीटों पर चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा पिछड़ों को 60 सीट दिए हैं। महागठबंधन ने पिछड़ों में सबसे ज्यादा यादवों पर भरोसा जाताया है। 60 में 40 सीटों पर सबसे ज्यादा आरजेडी ने अपने प्रत्याशी दिए हैं। इसके बाद वामदल ने 03, कांग्रेस ने 02 और एक सीट पर सीपीआई ने अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। 08 सीटों पर मुस्लिमों को महागठबंधन ने पहले चरण के चुनाव में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। इसमें आरजेडी ने 06 और कांग्रेस ने 01 और वामदलों ने एक सीट पर प्रत्याशी उतारे हैं। इसी प्रकार कुर्मी को 02,कोयरी को 10, वैश्य को 06 और तांती -पान के 02 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं।
महागठबंधन ने सवर्णो पर भी भरोसा जताते हुए 23 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। महागठबंधन ने सवर्णों में सबसे ज्यादा भूमिहार पर अपना भरोसा जताते हुए 11 सीट दिए हैं। इसमें आरजेडी ने और कांग्रेस ने पांच पांच प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारे हैं। जबकि वाम दल ने भी एक सीट पर भूमिहार प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा है। इसके बाद राजपूतों पर महागठबंधन ने भरोसा जताते हुए 06 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। आरजेडी ने 05 राजपूतों को अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि 01 सीट पर वामदल ने अपना प्रत्याशी बनाया है। इसी प्रकार 06 सीटों पर ब्राह्मणों को प्रत्याशी बनाया गया है।
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महागठबंधन ने 19 सीटों पर अनुसूचित जाति के प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। इसमें सबसे ज्यादा पासवान जाति पर भरोसा जाते हुए 08 प्रत्याशी बनाए गए हैं। इसके बाद रविदास 08, मुसहर, चौपाल जाति से 01 और 02 सीट पर पासी को प्रत्याशी बनाया गया है। इसी प्रकार से महागठबंधन ने अति पिछड़ा से 11 प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है। इसमें मल्लाह को 04, चंद्रवंशी से 02, बेलदार, तेली और चौरसिया जाति से एक-एक प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा गया है।