भीमसेना और शिवसेना का गठबंधन (सौजन्य-एक्स)
Anand Raj Ambedkar joins Shiv Sena : डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए भीम सेना के साथ गठबंधन करने का ऐलान किया है। शिंदे ने बीजेपी विरोधी आनंद राज आंबेडकर के नेतृत्व वाली रिपब्लिकन सेना के बीच गठबंधन का ऐलान किया है।
बुधवार को नरीमन प्वाइंट स्थित महिला विकास मंडल सभागृह में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दोनों पार्टी के प्रमुख नेताओं की उपस्थिति में इस अलायन्स की घोषणा की गई। इस मौके पर शिंदे ने कहा कि ठाणे से ही हमने ‘शिवशक्ति और भीमशक्ति’ के मिलन की शुरुआत की थी। यह युति अब और भी मजबूत हो रही है।
शिंदे ने कहा कि यह गठबंधन कार्यकर्ताओं का गठबंधन है, इसलिए यह जोड़ी कामयाब होगी। बालासाहेब अपने सहयोगियों को ‘सवंगडी’ (साथी) मानते थे, लेकिन कुछ लोगों ने उन्हें ‘घरगडी’ (घर के बोझ) समझना शुरू किया, वहीं से गाड़ी पटरी से उतर गई। गठबंधन तभी सफल होता है जब स्वभाव और मन दोनों मिलते हैं। यह गठबंधन जनता के हित के लिए किया गया है। आगामी निकाय चुनाव को देखते हुए इस युति को काफी अहम माना जा रहा है।
एकनाथ शिंदे ने कहा कि मैं बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान की वजह से मुख्यमंत्री बन सका। उसी तरह एक साधारण परिवार से आने वाले नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान कभी भी खतरे में नहीं था, लेकिन विपक्ष ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए झूठा नैरेटिव फैलाया।
📍 #मुंबई |
वंदनीय हिंदुहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बाळासाहेब ठाकरे यांच्या विचारांची #शिवसेना आणि डॉ.बाबासाहेब आंबेडकरांच्या विचारांवर चालणारी आनंदराज आंबेडकर यांची #रिपब्लिकन_सेना यांच्यातील युतीची आज घोषणा केली. विचार, विश्वास आणि विकास या त्रिसुत्रीवर काम करत पुढे जाण्याचे… pic.twitter.com/LN6iTXzmMu
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) July 16, 2025
एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवसेना और रिपब्लिकन सेना, दोनों असली सेनाएं हैं, जो सड़क पर उतरकर अन्याय के खिलाफ लड़ती हैं। एक सेना है जो बालासाहेब ठाकरे के विचारों की विरासत को आगे बढ़ा रही है और दूसरी वह है जो भारत रत्न डॉ. आंबेडकर के रक्त की विरासत को लेकर चल रही है। मैं जब मुख्यमंत्री था तब मैंने खुद को ‘कॉमन मैन’ यानी कि एक साधारण आदमी की तरह काम किया है और अब उपमुख्यमंत्री के रूप में भी यही काम कर रहा हूं।
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महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव में अपनी पार्टी को मजबूत करने के लिए एकनाथ शिंदे का यह महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। एक ओर जहां उद्धव की यूबीटी पार्टी मनपा चुनाव के लिए राज के साथ गठबंधन करने की अटकले तेज है। वहीं दूसरी ओर शिंदे ने बिना किसी कन्फ्यूजन गठबंधन का फैसला ले लिया है।