झारखंड कोयला खदान में तीन मजदूर की मौत
रांची: झारखंड में दर्दनाक हादसे ने तीन जिंदगियां निगल लीं। यहां हजारीबाग में अवैध रूप से चल रही एक कोयले की खदान में नदी का पानी भर जाने से उसमें फंसे तीन लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद से उनकी बॉडी निकालने के लिए प्रशासन की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि यहां चोरी छुपे कोयले की खोदाई का काम चल रहा था।
सीओ राम रतन बरनवाल ने बताया कि देर शाम को सूचना मिली कि खावा नदी में 3 मजदूर बह गए हैं। हमने यहां एक गड्ढा देखा और लगा कि यहां पहले से अवैध खनन चल रहा होगा। प्रशासन ने मजदूरों के शव निकालने के लिए एनटीपीसी से मदद की गुहार लगाई है। इस पर एनटीपीसी ने अवैध कोयला खदान में तीन बड़े-बड़े मोटर पंप उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है। मशीन मंगवाकर पानी बाहर निकालने का काम किया जा रहा है।
केरेडारी कंडावेर के खावा नदी के पास अवैध कोयला खनन कई माह से चल रहा था। बड़ी मात्रा में खनन कार्य यहां चल रहा था। बताया जा रहा है कि यहां तेज बारिश के बीच मजदूर खदान में रखी पानी की मशीन को बाहर निकालने के अंदर गए थे। इस बीच तेज मूसलाधार बारिश के कारण नदी के पानी को रोकने के लिए बनाई गई बड़ी मेढ़ टूट गई और पानी तेजी से कोयला खदान के अंदर जाने लगा।
#WATCH | Hazaribagh, Jharkhand: 3 people died after river water entered an illegal coal mine in Bariatu Khawa; Search operation is underway
CO Ram Ratan Barnwal said, “We received information late in the evening that 3 workers were swept away in the Khawa river…We saw a pit… pic.twitter.com/rO5PhcjXSB
— ANI (@ANI) May 23, 2025
खदान में फंसने वाले मजदूरों की पहचान हो गई है। कंडाबेर गांव निवासी रीतलाल साव (45) पुत्र प्रमोद साव, उमेश कुमार (25) और नौशाद आलम (25) शामिल हैं। प्रमोद साव और उमेश साव खदान संचालक हैं। वहीं पुलिस का कहना है अवैध खनन संचालन को लेकर भी जांच की जा रही है।
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खदान में जान गंवाने वाले मृतक कंडाबेर गांव निवासी नौशाद की पत्नी अजमेरी खातून और प्रमोद साव की पत्नी मंजू देवी ने बताया कि एक बजे दिन में खराब मौसम की वजह से घर में दोनों खदान जाने की बात कह रहे थे। कह रहे थे कि खदान से पानी की मशीन को बाहर निकालना है। तीनों ने मोबाइल पर बात की थी उसके बाद फिर बाजार टांड़ कंडाबेर पहुंचे थे। उसके बाद तीनों खदान में चल गए थे। परिजनों ने बताया कि चार बजे सूचना मिली कि तीनों खदान में डूब गए।