आतंकी हमले के बाद फिर गुलजार होने लगा पहलगाम
श्रीनगर: पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत के कश्मीर बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाने के साथ सेना भेजी जा रही है। इसके साथ ही पाक के खिलाफ भारत सरकार कई बड़े एक्शन ले रही है। भारत आए पाकिस्तानियों को भी सरकार ने वापस लौटने का अल्टीमेटम दे दिया था। युद्ध की आशंका से पाकिस्तान के पैर कांप रहे हैं लेकिन आतंकी हमले के 5 दिन बाद पहलगाम में फिर से रौनक लौट आई है। इतनी बड़ी आतंकी घटना के बाद पहलगाम में पर्यटकों की भीड़ फिर से देखने को मिल रही है।
देश और विदेशोें से आए टूरिस्ट जो पहले से कश्मीर की घाटियां घूमने का प्लान बनाकर आए थे वह इतने बड़े हमले के बाद भी ‘धरती के स्वर्ग’ पर पहुंच गए हैं। ‘लिटिल स्विट्जरलैंड’ कहा जाने वाला पहलगाम फिर से सैलानियों के लिए खोल दिया गया है। सैलानी यहां की खूबसूरती का आनंद ले रहे हैं। इनमें देशी ही नहीं विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं।
पहलगाम में यूं तो सैलानियों का आना फिर से शुरू हो गया है लेकिन आतंकी हमले का मेन पीक प्वाइंट बैसरन मैदान अभी भी सैलानियों के लिए बंद रखा गया है। हमले के बाद से इलाके में सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है। घटना स्थल के आसपास किसी को भी जाने की परमीशन नहीं दी गई है।
पहलगाम में आतंकी हमले के बाद पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। पहले जहां प्रतिदिन 5 हजार से 7 हजार पर्यटक घाटी का आनंद लेने आते थे वहीं अब 100-150 आ रहे हैं, लेकिन गनीमत ये है कि हमले के पांच दिन के बाद फिर से पहलगाम गुलजार होने लगा है। कई परिवार फिर से पहलगाम में घाटी और खूबसूरत नजारों का आनंद लेने के लिए पहुंच रहे हैं।
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पहलगाम की सड़कों पर कुछ दिन पहले जहां डरावनी खामोशी पसर गई गई थी। पांच दिन पहले जिन सड़कों, बागीचों और मैदानों में सन्नाटा पसर गया था वहां फिर से रौनक लौटने लगी है। घरेलू पर्यटक शहर में बेबाकी से टहलते नजर आ रहे हैं। घटना को लेकर पर्यटकों ने कहा कि ऐसी घटनाएं कहीं भी हो सकती है। कोलकाता से आए पर्यटकों के समूह ने कहा कि उन्हें डर नहीं लग रहा है क्योंकि उन्हें ट्रेवेल एजेंटों और टूर ग्रुप का सपोर्ट है। सरकार भी सुरक्षा के लिहाज से पूरे इंतजाम कर रही है। क्रोएशिया से आई लिजिलजाना का कहना है कि अभी डर नहीं लग रहा है। यहां रहने में कोई दिक्कत नहीं है। कश्मीर बहुत खूबसूरत है।