पिता फारुख अब्दुल्ला के साथ उमर अब्दुल्ला
श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक दल की गुरुवार को नवा-ए-सुबहा में बैठक हुई। जिसमें उमर अब्दुल्ला को पार्टी के विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। वहीं माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ही होंगे। हालांकि सीएम पद के लिए आखिरी फैसला गठबंधन सहयोगियों के साथ बैठक के बाद लिया जाएगा।
नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता फारूक अब्दुल्ला ने किया। बैठक में सभी निर्वाचित विधायकों ने भाग लिया। जाहिर सी बात है कि मीटिंग में पार्टी उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे। गठबंधन के सहयोगी दलों की बैठक के बाद उमर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात करेंगे। इसके बाद जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
ये भी पढ़ें:-हरियाणा चुनावों में क्यों हुई हार, समीक्षा में बैठे खरगे, राहुल और अन्य ‘खासदार’
जम्मू-कश्मीर के CM रह चुके हैं
नेशनल कॉन्फ्रेस के उपाध्यक्ष और पार्टी विधायक दल के निर्वाचित नेता उमर अब्दुल्ला आखिरी बार 2009 से 2015 तक जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में उन्होंने गंधरबल और बडगाम सीट से विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। दोनों सीटों से उन्होंने जीत दर्ज की। हालांकि लोकसभा का चुनाव इसी क्षेत्र से वे हार गए थे।
उमर अब्दुल्ला का सियासी सफर
उमर अब्दुल्ला ने अपने सियासी सफर की शुरुआत 1998 में लोकसभा चुनावों के साथ शुरू की थी। तब उनकी उम्र महज 28 साल थी। इस उम्र में वे पहली बार लोकसभा सदस्य बने थे। उस समय अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार बनी थी। वे वाजपेयी की अगुवाई वाली सरकार में केंद्रीय मंत्रिपरिषद का हिस्सा रह चुके हैं। उन्हें कामर्स और इंडस्ट्री राज्य मंत्री का कार्यभार सौंपा गया था।
ये भी पढ़ें:-वन नेशन-वन इलेक्शन पर केरल की ‘ना’, चुनाव कराने के खिलाफ प्रस्ताव किया पारित
जम्मू कश्मीर विस चुनाव में NC ने मारी बाजी
बता दें कि हाल में जम्मू कश्मीर का विधानसभा चुनाव संपन्न है। केंद्र शासित प्रदेश की कुल 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा गया। यहां तीन चरणों में चुनाव हुआ। जबकि 8 अक्टूबर को चुनाव परिणाम घोषित किया गया। इसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 51 पर सीटों पर चुनाव लड़ा था। जिसमें से नेशनल कॉन्फ्रेंस 42 सीटों पर जीत हासिल की।वहीं, 32 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस महज 6 ही सीटों पर जीत हासिल कर सकी। जबकि भारतीय जनता पार्टी 61 सीटों पर चुनाव लड़ी थी उसमें से 29 सीटें जीत कर जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी।