पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती का रिएक्शन (फोटो एएनआई)
अनंतनाग : जम्मू और कश्मीर की पूर्व सीएम व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी केंद्र शासित प्रदेश (यूटी) स्थापना दिवस को तब तक काला दिवस के रूप में मनाती रहेगी, जब तक कि पूर्ववर्ती राज्य की विशेष शक्तियां बहाल नहीं हो जातीं।
महबूबा मुफ्ती ने अनंतनाग जिले में कहा, “… मैं राज्यपाल साहब को बताना चाहती हूं कि जम्मू और कश्मीर और खासकर पीडीपी के लिए आज काला दिन है। हम इसे तब तक काला दिवस के रूप में मनाते रहेंगे, जब तक कि जम्मू और कश्मीर की विशेष शक्तियां बहाल नहीं हो जातीं…मैंने पहले भी कहा है कि जम्मू और कश्मीर भाजपा के लिए प्रयोगशाला बन गया है…वे देश में अल्पसंख्यकों को एक संदेश देना चाहते हैं…।”
एलजी मनोज सिन्हा ने की आलोचना
महबूबा मुफ्ती के बयान के पहले जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने गुरुवार को छठे केंद्र शासित प्रदेश स्थापना दिवस समारोह में शामिल न होने के लिए मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अन्य नेताओं पर सवाल उठाया था। अपने बयान में मनोज सिन्हा ने यूटी दिवस मनाने के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि जम्मू-कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश के रूप में वर्तमान दर्जा एक वास्तविकता है। यह पहली बार नहीं है, जब हम इस दिन को मना रहे हैं।
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एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि जेके में चुनाव कुछ दिन पहले ही समाप्त हुए हैं…हर कोई इस कार्यक्रम में शामिल होने नहीं आ सकता है, लेकिन आज की तारीख में जम्मू-कश्मीर एक केंद्र शासित प्रदेश है और हमें इस तथ्य को स्वीकार करना होगा। पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा कि पहले परिसीमन, फिर विधानसभा चुनाव और फिर राज्य का दर्जा मिलेगा। जब पीएम मोदी योग दिवस पर यहां आए थे, तो उन्होंने कहा कि जल्द ही विधानसभा चुनाव कराए जाएंगे और फिर जेके को राज्य का दर्जा दिया जाएगा।
नेशनल कॉन्फ्रेंस भी विरोध में
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता यूटी दिवस के विरोध में मुखर रहे हैं और पूर्ण राज्य का दर्जा वापस करने की मांग कर रहे हैं। एनसी विधायक तनवीर सादिक ने पहले कहा था कि एनसी यूटी दिवस नहीं मनाएगी क्योंकि पार्टी जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में मान्यता नहीं देती है, उनका दावा है कि 2019 में जम्मू-कश्मीर के लोगों से इसका दर्जा छीन लिया गया था और यह असंवैधानिक था।
एएनआई से बात करते हुए, जेकेएनसी प्रवक्ता ने दोहराया, “हम केंद्र शासित प्रदेश के दर्जे के लिए कभी समझौता नहीं करेंगे। हमारी मांग दृढ़ है। पूर्ण राज्य का दर्जा और 5 अगस्त, 2019 से पहले वाली जम्मू-कश्मीर की स्थिति चाहिए।”
जम्मू-कश्मीर यूटी स्थापना दिवस जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के तहत केंद्र शासित प्रदेश के निर्माण का प्रतीक है। इस साल, पिछले साल की तरह, इसे जम्मू के कन्वेंशन सेंटर में मनाया गया। इस बीच, सोमवार को एलजी मनोज सिन्हा ने केंद्र शासित प्रदेश के स्थापना दिवस से पहले कश्मीर संभाग के सभी जिलों में सुरक्षा स्थिति और विकास पहलुओं पर चर्चा करने के लिए एक समीक्षा बैठक की। बैठक श्रीनगर में हुई और इसमें मुख्य सचिव अटल डुल्लू, पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात, गृह प्रमुख सचिव चंद्राकर भारती और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।