
गौरव गोगोई ने PM मोदी को दिया जवाब
Vande Mataram Debate in Parliament: ‘वंदे मातरम’ की 150वीं वर्षगांठ पर संसद में चर्चा शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में इस बहस की शुरुआत की। पीएम मोदी ने इस दौरान वंदे मातरम गीत के 150 वर्षों के इतिहास का जिक्र करते हुए देश में लगे आपातकाल की याद दिलाई। इसके बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से भी गौरव गोगोई ने सदन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के आरोपों पर भी जवाब दिया।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने वंदे मातरम पर कहा, ‘झंडा ऊंचा रहे हमारा, इंकलाब जिंदाबाद, जय हिंद, सत्यमेव जयते, भारत छोड़ो जैसे कई गीत और नारे थे, जिन शब्दों ने हमारे स्वतंत्रता संग्राम में भारत के समाज को ताकत दी। मंगल पांडेय का जो विद्रोह था, उसकी विफलता के बाद भारत में एक बेचैनी थी और अंग्रेजों का जुल्म बढ़ गया था।’
गौरव गोगोई ने कहा, ‘मोदी जी का उद्देश्य एक राजनीति रंग देने का था। उन्होंने कांग्रेस वर्किंग कमेटी और पंडित नेहरू जी का जिक्र किया। मेरे पास टेबल है कि मोदी जब भी किसी विषय पर बोलते हैं तो वे पंडित नेहरू और कांग्रेस का नाम कितनी बार लेते हैं। ऑपरेशन सिंदूर में पंडित जी का नाम 14 बार लिया। कांग्रेस पार्टी का 50 बार नाम लिया। आप चाहे जितनी भी कोशिश कर लो आप नेहरू जी के योगदान पर काला दाग नहीं लगा पाओगे।’
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कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, ‘मुस्लिम लीग कहती थी कि पूरे वंदे मातरम का बहिष्कार करना चाहिए। मुस्लिम लीग को ये अधिकार कहां से मिला। क्या उनके हिसाब से देश चलेगा, नहीं। कतई नहीं। मौलाना आजाद ने साफ कहा कि मुझे वंदे मातरम में कोई आपत्ति नहीं है। ये फर्क था मौलाना आजाद और मुस्लिम लीग के जिन्ना के बीच में। लाख दबाव में भी ये निर्णय लिया गया कि जहां भी कोई कॉन्फ्रेंस होगी, हम पहली दो लाइन गाएंगे।’






