कॉन्सेप्ट फोटो (डिजाइन)
Luckiest Politician of 2025: साल 2025 तमाम खट्टी-मीठी यादों को हमारे बीच छोड़कर रुखसत हो रहा है। राजनैतिक लिहाज से यह साल बेहद ही महत्पूर्ण रहा। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और बिहार में विधानसभा चुनाव हुए, तो वहीं चार राज्यों की 13 राज्यसभा सीटों के लिए भी चुनाव हुए। इस दौरान सियासी हलकों में कुछ अप्रत्याशित घटनाएं भी घटित हुईं।
साल 2025 आम आदमी पार्टी और कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल समेत कई दलों के लिए बेहद दुखद साबित हुआ। आम आदमी पार्टी 12 साल बाद दिल्ली की सत्ता से बाहर हो गई तो बिहार में आरजेडी और कांग्रेस के सत्ता में वापसी के सपने चकनाचूर हो गए। लेकिन ये साल कुछ लोगों के लिए लकी भी साबित हुआ।
कई चेहरे तो ऐसे भी हैं जिन्हें आसानी से मनचाही कुर्सी हासिल हो गई। एक नाम तो ऐसा है जिसे बिना कोई चुनाव लड़े मंत्रिपद मिल गया। इसके साथ ही आठ लोग ऐसे हैं जिन्हें निर्विरोध उच्च सदन में सीट मिल गई। तो चलिए जानते हैं कि ऐसे कौन से नेता हैं जिनके लिए साल 2025 बेहद ही लकी साबित हुआ है…
साल की शुरुआत में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव हुए। 70 सीटों वाली दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की और 1998 के बाद पहली बार दिल्ली की सत्ता में वापसी की। इन चुनावों में आम आदमी पार्टी महज 22 सीटों पर सिमट गई और 12 साल बाद दिल्ली की सत्ता से हाथ दो बैठी।
रेखा गुप्ता (सोर्स-सोशल मीडिया)
भारतीय जनता पार्टी के चुनाव जीतने के बाद सीएम पद के लिए कई दिग्गजों का नाम आगे आया। जिनमें प्रवेश वर्मा और मनोज तिवारी जैसे नेताओं के नाम आए, लेकिन अप्रत्याशित तौर पर सीएम की कुर्सी रेखा गुप्ता को मिल गई। जब रेखा गुप्ता के नाम का ऐलान हुआ, तो सभी के मुंह से अनायास ही निकल गया कि वाह क्या किस्मत पाई है। हालांकि रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग से चुनाव लड़ते हुए जीत हासिल की और लंबे समय से संगठन में एक्टिव भी हैं।
दिल्ली और बिहार चुनाव के बीच तमिलनाडु और असम की 8 राज्यसभा सीटों के लिए भी चुनाव हुए। इन चुनावों में सभी उम्मीदवारों को निर्विरोध विजयश्री हासिल हुई। यानी एक तरह से ये कहा जाए कि उन्हें बिना अथक मेहनत के कुर्सी हासिल हो गई। इनमें दिग्गज फिल्म अभिनेता और निर्देशक कमल हासन का नाम भी शामिल है।
| क्रम संख्या | नाम | पार्टी | पद |
|---|---|---|---|
| 1 | कमल हासन | MNM | राज्यसभा सांसद (तमिलनाडु) |
| 2 | सल्मा (राजथि) | DMK | राज्यसभा सांसद (तमिलनाडु) |
| 3 | पी. विल्सन | DMK | राज्यसभा सांसद (तमिलनाडु) |
| 4 | एस.आर. शिवलिंगम | DMK | राज्यसभा सांसद (तमिलनाडु) |
| 5 | आई.एस. इन्बदुरई | AIADMK | राज्यसभा सदस्य (तमिलनाडु) |
| 6 | एम. धनपाल | AIADMK | राज्यसभा सदस्य (तमिलनाडु) |
| 7 | कनद पुरकायस्थ | BJP | राज्यसभा सांसद (असम) |
| 8 | बीरेंद्र प्रसाद बैश्य | AGP | राज्यसभा सांसद (असम) |
इसके बाद नवंबर में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड बहुमत के साथ जीत हुई। नीतीश कुमार 10वीं बार बिहार के मुखिया बने। लेकिन सबसे लकी दीपक प्रकाश निकले जिन्हें बिना चुनाव लड़े या जीत दर्ज किए नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में मंत्रिपद मिल गया।
दरअसल, एनडीए की सहयोगी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने सीट बंटवारे के समय ही असली दांव खेल दिया था। उन्होंने सीटों की संख्या पर बहस न करते हुए एक एमएलसी और एक राज्यसभा की कुर्सी मांग ली थी। चुनाव जीतने पर पार्टी मंत्रिपद पाने की स्थिति में आ गई।
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इस मौके का उठाते हुए कुशवाहा ने बेटे दीपक प्रकाश को मंत्री बना दिया। मंत्री बने रहने के लिए उन्हें 6 महीने के भीतर विधानसभा या विधान परिषद में से किसी एक सदन का सदस्य बनना होगा। ऐसे में आने वाले कुछ दिनों में दीपक प्रकाश को एमएलसी बनाया जाना तय है। ऐसे में दीपक प्रकाश को 2025 का सबसे लकी चेहरा माना जा रहा है।