कांग्रेस नेता शशि थरूर (फोटो- सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति की तारीफ करते नजर आए हैं। उन्होंने एक लेख में पीएम मोदी की वैश्विक सक्रियता को भारत की प्रमुख संपत्ति बताते हुए कहा कि उनकी ऊर्जा और संवाद की इच्छाशक्ति ने भारत की कूटनीतिक स्थिति को और मजबूत किया है। यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब कांग्रेस पार्टी लगातार मोदी सरकार की विदेश नीति की आलोचना करती रही है।
थरूर ने कहा कि हालिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत की वैश्विक पहलें राष्ट्रीय एकजुटता और प्रभावी संप्रेषण का उदाहरण हैं। उन्होंने जोर दिया कि भारत की वैश्विक छवि को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री की सक्रियता और विदेश मंत्रालय की रणनीति को राजनीतिक मतभेदों से ऊपर रखा जाना चाहिए।
बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल और वैश्विक समर्थन
शशि थरूर ने अपने लेख में बताया कि उन्होंने सात सदस्यीय बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, जिसने गयाना, पनामा, कोलंबिया, ब्राजील और अमेरिका जैसे देशों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि इन यात्राओं का उद्देश्य था दुनिया को यह बताना कि भारत का आतंकी ठिकानों पर हमला आत्मरक्षा में किया गया कदम था, न कि किसी देश पर युद्ध।
थरूर ने कहा, हमारी एकजुटता ने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत एक स्वर में बोलता है। उन्होंने दावा किया कि भारत की कूटनीतिक रणनीति ने कोलंबिया जैसे देश का रुख बदलवा दिया, जिसने शुरू में पाकिस्तान में नागरिक मौतों पर संवेदना जताई थी, लेकिन बाद में भारत के आत्मरक्षा अधिकार का समर्थन किया।
अमेरिकी अधिकारियों ने भी भारत के दृष्टिकोण को सराहा
थरूर ने यह भी बताया कि अमेरिका में पाकिस्तानी लॉबी के सक्रिय होने के बावजूद, भारतीय प्रतिनिधिमंडल को समर्थन मिला। अमेरिकी अधिकारियों ने भारत के इस दृष्टिकोण का समर्थन किया कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की जानी चाहिए।
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उन्होंने लिखा, हमने हर मंच पर यह स्पष्ट किया कि भारत का सैन्य कदम आतंकवादियों पर केंद्रित था। यह एक नैतिक और संयमित प्रतिक्रिया थी, जिसमें नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचा गया।