401 किलो जब्त गांजा, फोटो- सोशल मीडिया
Telangana Police Seized 401 KG of Ganja: राचकोंडा एरिया में 401 किलो गांजा जब्त कर तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। गांजा नारियल के नीचे छिपाकर विशाखापट्टनम से राजस्थान ले जाया जा रहा था। इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड ओम बिश्नोई पहले ही पकड़ा जा चुका है।
तेलंगाना पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए राचकोंडा में 401 किलो गांजा जब्त किया है। यह कार्रवाई रामोजी फिल्म सिटी के पास की गई, जहां पुलिस ने दो वाहनों को रोककर तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। ये सभी आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं।
पुलिस जांच में पता चला कि गांजा को बड़ी चतुराई से एक डीसीएम वैन में नारियल के नीचे छिपाकर लोड किया गया था। यह खेप विशाखापट्टनम से राजस्थान ले जाई जा रही थी। तस्करों ने पुलिस से बचने के लिए यह तरकीब अपनाई थी, लेकिन राचकोंडा नारकोटिक्स पुलिस और खम्मम विंग की सतर्कता से यह प्रयास नाकाम रहा।
पुलिस के अनुसार, इस तस्करी रैकेट का मास्टरमाइंड चित्तौड़गढ़, राजस्थान का ओम बिश्नोई है, जिसे ओडिशा के जगदलपुर में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उसने राजमुंदरी के श्रीधर से गांजा खरीदा और इसे राजस्थान के बीकानेर तक पहुंचाने की योजना बनाई थी।
मुख्य आरोपी चोटू नारायण लाल नाइक को हर बार गांजा ढोने के लिए 25,000 रुपये दिए जाते थे। बिश्नोई की गिरफ्तारी के बाद नाइक ने सीधे सौदा कर लिया और 2,000 रुपये प्रति किलो की दर से 400 किलो गांजा खरीदा। उसे बीकानेर के आशु को 4,000 रुपये प्रति किलो की दर से बेचना था, जिससे मोटा मुनाफा कमाया जाना था।
इस नेटवर्क में कुल छह लोग शामिल थे। इनमें से चोटू नारायण लाल नाइक, किशन लाल नाइक और पुष्कर राज नाइक को गिरफ्तार किया गया है, जबकि श्रीधर, आशु और परमेश्वर अभी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है।
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राचकोंडा पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 401.467 किलो गांजा, एक डीसीएम वैन, एक कार और पांच मोबाइल फोन जब्त किए हैं। वैन को किशन लाल नाइक चला रहा था, जबकि अन्य दो आरोपी कार में उसके पीछे चल रहे थे। पुलिस ने इस पूरे मामले में एनडीपीएस एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। साथ ही इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और कड़ियों की जांच की जा रही है ताकि पूरे गिरोह को बेनकाब किया जा सके।