राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा व नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (फोटो- संसद टीवी)
JP Nadda vs Kharge: राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और सदन के नेता जेपी नड्डा के बीच तीखी बहस देखने को मिली। खड़गे पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि नरेंद्र मोदी दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं। यह पार्टी और देश के लिए गौरव की बात है। लेकिन आप पार्टी से इतना जुड़ गए हैं कि देश का विषय गौंड हो जाता है इसलिये आप मानसिक संतुलन खोकर इस तरह के बयान देते हैं।
नड्डा के मेंटल बैलेंस के बिगड़ने की बात कहते है सदन में शोर गुल शुरू हो गया और इसे देखते हि नड्डा ने तुरंत अपने शब्द को वापस लेने की बात कही साथ ही उन्होंने नेता विपक्ष से माफी भी मांग ली।
VIDEO | Union Minister JP Nadda (@JPNadda) demands that the words like ‘gaddar’ (traitor) that were used by Rajya Sabha LoP Mallikarjun Kharge (@kharge) in the House be expunged from the proceedings. The Union Minister said, “…He (Mallikarjun Kharge) didn’t use the words as… pic.twitter.com/UxirUZd6nh — Press Trust of India (@PTI_News) July 29, 2025
जेपी नड्डा के इस बयान के बाद विपक्षी सांसदों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ता देख जेपी नड्डा ने कहा कि मैं अपने शब्द वापस लेता हूं। उन्होंने कहा कि मानसिक असंतुलन नहीं, भावावेश करके रिकॉर्ड पर रखें। कृपया उन शब्दों को हटा दें, यही मैं कहूंगा। लेकिन नड्डा के बयान पर हंगामा नहीं रुका और विपक्षी सांसद नारेबाजी करते रहे।
इस पर जेपी नड्डा ने कहा कि खड़गे जी बहुत वरिष्ठ नेता हैं और अगर उन्हें मेरे शब्दों से ठेस पहुंची है, तो मैं शब्द वापस लेता हूं। नड्डा ने आगे कहा कि खड़गे जी ने भावावेश होकर जो शब्द कहे हैं, वे उनकी पार्टी और उनके नेतृत्व से मेल नहीं खाते और ऐसे में उन्हें सदन की कार्यवाही से बाहर कर देना चाहिए।
जेपी नड्डा के बाद खड़गे ने कहा कि मैं नड्डा साहब का सम्मान करता हूं। राजनाथ सिंह और नड्डा साहब कुछ ऐसे मंत्री हैं जो बिना संतुलन खोए बात करते हैं। लेकिन वह मुझे मेंटल कह रहे हैं, यह शर्म की बात है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए, मैं जाने वाला नहीं हूं। इस पर फिर नड्डा ने कहा कि मैंने अपने शब्द वापस ले लिए हैं और अगर आपकी भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं माफी भी मांगता हूं। जेपी नड्डा ने आगे कहा कि लेकिन आप भावनाओं में बह गए, आप इतने बह गए कि आप प्रधानमंत्री की गरिमा का भी ध्यान नहीं रख पाए, इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है।
इससे पहले खड़गे ने अपने संबोधन में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि विफलताओं के लिए कांग्रेस को दोष देना बंद करें। पीएम मोदी संसद में बोलना नहीं चाहते। देश ने आपको प्रधानमंत्री बनाया है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में भगवान की पूजा मत कीजिए। किसी व्यक्ति को भगवान मत बनाइए। यह देशहित में नहीं है। अगर हम एक-दूसरे को कुचलने की कोशिश करेंगे, तो देश नहीं बनेगा।
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उन्होंने कहा कि 55 साल से मैं किसी न किसी तरह विधायक-सांसद रहा हूं, लेकिन मुझे यह सजा मिली है। मैं गद्दार हूं, हम गद्दार हैं। मैं कहूंगा कि आप लोग देशद्रोही हैं, आपने देश के साथ गद्दारी की। आपने अंग्रेजों के साथ काम किया, स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया। उन्होंने सभापति से कहा कि अगर आप हर बात से सहमत नहीं हैं, तो आपका हश्र भी मेरे जैसा ही होगा।