प्रकाश आंबेडकर और महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी (फोटो सोर्स: ट्विटर)
मुंबई. महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के परपोते तुषार गांधी (Tushar Gandhi) ने प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) की वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) की भूमिका की आलोचना करते हुए उसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘बी टीम’ कहा है। इस पर अब प्रकाश आंबेडकर का बयान सामने आया है। उन्होंने तुषार गांधी पर पलटवार करते हुए उनके बयान को अत्यधिक बहिष्कार पूर्ण, समस्याग्रस्त और संसदीय लोकतंत्र को नकारने वाला करार दिया है।
प्रकाश आंबेडकर ने एक्स पर तुषार गांधी को टैग करते हुए कहा, “आपका हालिया बयान न केवल अत्यधिक बहिष्कार पूर्ण और समस्याग्रस्त है, बल्कि यह संसदीय लोकतंत्र और स्वतंत्र राजनीतिक नेतृत्व के प्रयास को भी नकारता है, जो वर्ग, जाति और धर्म का बंधक नहीं है।”
Dear @TusharG, Your recent statement is not only highly exclusionary and problematic but it also negates parliamentary democracy and one's strive for independent political leadership, which are not captive of class, caste and religion. Your grandfather's movement against the… — Prakash Ambedkar (@Prksh_Ambedkar) April 12, 2024
उन्होंने कहा, “अंग्रेजों के खिलाफ आपके दादाजी का आंदोलन समावेशी था लेकिन स्पष्ट रूप से आपके विचार और राजनीति समावेशी नहीं हैं। क्या आप नहीं जानते कि एमवीए ने वीबीए के साथ कैसा व्यवहार किया? क्या आप नहीं जानते कि उनकी राजनीति कितनी बहिष्कारवादी है? क्या आप एमवीए और भाजपा के नेताओं के बीच हुए समझौते को नहीं जानते?”
आंबेडकर ने आगे कहा, “यदि आपकी राजनीतिक जानकारी अस्तित्वहीन है तो कृपया बकवास फैलाने और आधारहीन आरोप लगाने में अपना समय बर्बाद करने से बचें। समय सच्चाई बताएगा। दरअसल, संकेत पहले से ही मौजूद हैं। लेकिन लगता है आपने आंखें मूंद ली हैं।”
तुषार गांधी क्या बोले
तुषार गांधी ने साम टीवी से बात करते हुए कहा, “भाजपा के गठबंधन को गद्दारों का गठबंधन कहा जाना चाहिए। इस गद्दार गठबंधन को हराने के लिए महा विकास अघाड़ी को जीतना होगा। इसके लिए एआईएमआईएम (असदुद्दीन ओवैसी) और वंचित बहुजन अघाड़ी को वोट न दें।” उन्होंने कहा, “चाहे हमारी दोस्ती कितनी भी अच्छी क्यों न हो, अब गलती को गलती कहने का समय आ गया है। जो गलती पहले की थी वही गलती दोबारा भी की जा सकती है। डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान को बचाना है तो यह आखिरी मौका है।”
गौरतलब है कि प्रकाश आंबेडकर महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और एनसीपी (शरद पवार गुट) के महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ गठबंधन करना चाहती थी लेकिन सीट बंटवारे को लेकर जारी झगडे के चलते आंबेडकर ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया। आंबेडकर ने अब तक राज्य की 22 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
पांच चरणों में चुनाव
महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर पांच चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल, 7 मई, 13 मई और 20 मई को चुनाव होंगे। जबकि, चुनाव का परिणाम 4 जून को आएगा।
महाराष्ट्र में कब और कहां मतदान?
पहला चरण (19 अप्रैल)- रामटेक, नागपुर, भंडारा-गोंदिया, गडचिरोली-चिमूर, चंद्रपुर
दूसरा चरण (26 अप्रैल)- बुलढाणा, अकोला, अमरावती, वर्धा, यवतमाल-वाशिम, हिंगोली, नांदेड़, परभणी
तीसरा चरण (7 मई)- रायगड़, बारामती, धाराशिव, लातूर, सोलापुर, माधा, सांगली, सतारा, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, हतकनंगले
चौथा चरण (13 मई)- नंदुरबार, जलगांव, रावेर, जालना, छत्रपति संभाजीनगर, मावल, पुणे, शिरूर, अहमदनगर, शिरडी, बीड
पांचवां चरण (20 मई)- धुले, डिंडोरी, नासिक, पालघर, भिवंडी, कल्याण, ठाणे, मुंबई के सभी छह लोकसभा क्षेत्र