मल्लिकार्जुन खड़गे, फोटो: सोशल मीडिया
मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री पर मणिपुर की उपेक्षा करने के साथ-साथ संविधान को कमजोर करने के प्रयासों के आरोप लगाए हैं। खड़गे ने आरोप लगाया कि मोदी ने अब तक 42 देशों की यात्रा की लेकिन मणिपुर, जो लंबे समय से हिंसा और संकट से जूझ रहा है, वहां एक बार भी नहीं गए।
अपने भाषण में खड़गे ने भाजपा और आरएसएस पर संविधान में बदलाव की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस की मंशा संविधान को बदलने की है ताकि आम नागरिकों के अधिकारों को छीना जा सके। खड़गे ने जनता से अपील की कि वे किसी भी कीमत पर संविधान में बदलाव की इजाजत न दें, क्योंकि यह हमारे लोकतंत्र की बुनियाद है।
खड़गे ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा, “आप इसी संविधान की बदौलत पहले मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री बने हैं। आपने संसद में प्रवेश करने से पहले इसी संविधान को नमन किया था लेकिन आज आप उसी संविधान को खत्म करने पर तुले हुए हैं।” खड़गे ने कहा कि देश की जनता इस तरह की कोशिशों को कभी सफल नहीं होने देगी।
इसके साथ ही कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर वित्तीय संकट के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए खड़गे ने भाजपा को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राज्य की सरकार मजबूत है और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में कर्नाटक सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने भाजपा की ओर से लगाए गए “कंगाल सरकार” के आरोपों को निराधार बताया और कहा कि ये केवल भ्रम फैलाने की साजिश है।
केंद्र सरकार की ओर से रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ ईडी की चार्जशीट दाखिल करने के मामले पर खड़गे ने कहा कि यह केवल कांग्रेस नेताओं की छवि खराब करने की कोशिश है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा चुनिंदा लोगों को निशाना बनाकर राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है। खड़गे ने कहा कि इस तरह के कदमों से भाजपा विपक्ष की आवाज नहीं दबा सकती और कांग्रेस ऐसे हर हमले का कानूनी व राजनीतिक रूप से जवाब देगी।
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भूमि जिहाद जैसे विवादित मुद्दों पर भी खड़गे ने सवाल उठाए और कहा कि भाजपा समाज को बांटने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करनी है तो वे उसका भी सामना करने के लिए तैयार हैं।