अहमदाबाद विमान दुर्घटना की समीक्षा करेंगे पीएम मोदी (फोटो- सोशल मीडिया)
अहमदाबाद: अहमदाबाद में हुए विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हादसे में अब तक 290 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिनमें एयर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट के 242 यात्री और क्रू सदस्य शामिल हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज घटनास्थल का दौरा करेंगे, जहां वो हादसे की समीक्षा करेंगे।
एयर इंडिया का बोइंग 737 विमान था, जो गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुआ था। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर शामिल थे। दुर्घटना में अब तक 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इस भीषण हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी मृत्यु हो गई है। प्लेन अहमदाबाद के मेघानी IGP परिसर में स्थित डॉक्टरों के हॉस्टल की इमारत से टकरा गया, जिससे इमारत में रह रहे 50 से अधिक मेडिकल छात्र और स्थानीय लोग भी इसकी चपेट में आ गए।
प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह 8:30 बजे अहमदाबाद पहुंचने वाले हैं, जहां वो घटनास्थल का दौरा करेंगे। इससे पहले पीएम मोदी ने एक्स पर हादसे को लेकर दुख जताया था। पीएम ने लिखा, अहमदाबाद में हुई यह भयावह त्रासदी बेहद स्तब्ध और व्यथित कर देने वाली है। यह एक ऐसी घटना है जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है। इस कठिन समय में मेरी गहरी संवेदनाएं सभी प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। मैं लगातार मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूँ, जो राहत और सहायता कार्य में जुटे हैं।
The tragedy in Ahmedabad has stunned and saddened us. It is heartbreaking beyond words. In this sad hour, my thoughts are with everyone affected by it. Have been in touch with Ministers and authorities who are working to assist those affected.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 12, 2025
जानकारी के मुताबिक हादसा इतना भयावह था कि मारे गए लोगों की पहचान करने में परेशानी आ रही है। इसके चलते राज्य सरकार ने सभी मृतकों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए परिजनों से डीएनए सैंपल लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अहमदाबाद के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में शवों की पहचान और पोस्टमार्टम का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। यह हादसा न सिर्फ भारत, बल्कि बीते एक दशक की सबसे गंभीर वैश्विक विमान दुर्घटनाओं में से एक बन गया है। वहीं, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की इस हादसे में मृत्यु ने घटना को राजनीतिक रूप से भी अत्यधिक संवेदनशील बना दिया है।