PM आवास पर बैठक में शामिल सभी बरिष्ठ अधिकारी (फोटो सोर्स - सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच गुरुवार रात पाकिस्तान की ओर से कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिशें की गईं। भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बौखलाया हुआ है, जिसमें सीमा पार आतंक के ठिकानों को तबाह किया गया था। इस पूरे घटनाक्रम के बाद प्रधानमंत्री आवास पर करीब ढाई घंटे चली हाईलेवल मीटिंग में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अहम फैसले लिए गए। बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुखों के अलावा विदेश और रक्षा मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी शामिल रहे।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में मौजूदा हालात की गहराई से समीक्षा की गई। इससे पहले रक्षा मंत्री की अगुवाई में साउथ ब्लॉक में भी एक अहम बैठक हुई, जिसमें सेनाध्यक्षों और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ने मिलकर आगे की रणनीति तय की। इस दौरान यह भी सुनिश्चित किया गया कि भारतीय सीमाओं पर किसी भी हमले का उचित जवाब देने के लिए सेना पूरी तरह तैयार है।
हमलों को किया गया नाकाम
पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन और मिसाइल हमले तब हुए जब भारत ने कश्मीर और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को मिसाइल हमलों से ध्वस्त कर दिया था। लेकिन भारत ने अपनी तैयारियों का परिचय देते हुए S-400 एयर डिफेंस सिस्टम की मदद से सभी पाकिस्तानी हमलों को बीच में ही नाकाम कर दिया। इससे किसी भी तरह के बड़े नुकसान से देश सुरक्षित रहा।
रणनीतिक चर्चाओं में तेजी
भारत की तरफ से चलाए गए ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान ने हमले तेज़ करने की कोशिश की है। इस स्थिति को देखते हुए सरकार हर मोर्चे पर चौकसी बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री आवास पर हुई बैठक में विदेश मंत्री और विदेश सचिव की मौजूदगी इस बात का संकेत है कि कूटनीतिक स्तर पर भी भारत हर स्थिति के लिए तैयार है। बता दें कि आज पीएम आवास पर कई हाई लेवल की मीटिंग आयोजित हुई जिनमें रक्षा से लेकर विदेश सचिव व विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इस मीटिंग में शामिल हुए हैं।