हादसे में दुर्घटनाग्रस्त विमान, (फोटो- सोशल मीडिया)
Parliament Committee Meeting On Aviation Saftey: संसद की स्थायी समिति आज मंगलवार, (8 जुलाई) को नई दिल्ली में एक बैठक करेगी। इसमें सीविल एविएशन सेक्रेटरी और डीजीसीए (DGCA) समेत नागरिक उड्डयन मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहेंगे। हाल ही में गुजरात के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुई एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171 और एविएशन सेफ्टी पर चर्चा होने की संभावना है।
सूत्रों ने बताया कि नागरिक उड्डयन सचिव और डीजीसीए के अधिकारियों को इस बैठक के लिए बुलाया गया है। इस मीटिंग के दौरान प्राथमिक ध्यान इस बात पर होगी की एयरपोर्ट पर सार्वजनिक बुनियादी ढ़ांचे और सेवाओं के लिए यात्री और अन्य शुल्क, एयरलाइन शुल्क और टैरिफ कैसे तय किए चाते हैं। इसके साथ ही विमानन में सुरक्षा चिंताओं पर भी ध्यान दिया जाएगा।
गौरतलब है कि 12 जून , 2025 को गुजरात के अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डडे से लंदन जाने वाली एअर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर टेकऑफ के कुछ देर बाद ही हादसे का शिकार हो गया था। प्लेन बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल कैंपस में जा घुसा, जिससे उसमें सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई, जिनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी भी शामिल थे। घटना के बाद से नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो ( AAIB) को पूर्ण पैमाने पर जांच करने में सहायता करने के लिए कदम उठाएं हैं। AAIB, जो अब लेटेस्ट टेक्नोलॉजी से लैस है, नई दिल्ली स्थित अपनी लैब से जांच का नेतृत्व करने जा रहा है।
मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, प्लेन के ब्लैक बॉक्स में से एक से क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल 25 जून तक बरामद कर लिया गया था और तब से डेटा सफलतापूर्वक डाउनलोड किया जा रहा है। सूत्र के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि एक समान ब्लैक बॉक्स, जिसे गोल्डन चेसिस कहा जाता है, का उपयोग यह पुष्टि करने के लिए किया गया था कि क्या ब्लैक बॉक्स से डेटा को सही तरीके से प्राप्त किया जा सकता है।
अहमदाबाद विमान हादसे के 2 तिहाई पीड़ित परिवारों को मिला मुआवजा, इंटरनल पोस्ट…
जांच दल में भारतीय वायुसेना, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और अमेरिका स्थित राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड के एक्सपर्ट शामिल हैं। बोइंग और जीई के अधिकरियों के साथ-साथ विमान चिकित्सा और एयर ट्रैफिक कंट्रोल एक्सपर्ट भी इसमें शामिल हैं। जांच आईसीएओ 13 और भारत के विमान (दुर्घटनाओं और घटनाओं की जांच) नियम, 2017 में उल्लिखित अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत की जा रही है।