प्रतीकात्मक तस्वीर-पाक ने किया सीजफायर का उल्लंघन
श्रीनगरः पाकिस्तान की तरफ से एक बार फिर फायरिंग शुरू हो गई है। पाक आर्मी की नापाक हरकतों का भारत की तरफ से करारा जवाब दिया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, पुंछ, उरी, नौगाम, हंदवाड़ा सेक्टर, करनाह और तंगधार सेक्टर में सीजफायर के उल्लंघन के बाद सीमा पर तनाव बढ़ गया है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है।
पाकिस्तान की नापाक करतूतों को ध्यान में रखते हुए राजस्थान, पंजाब और जम्मू कश्मीर के कई जिलों में आज फिर ब्लैकआउट है। यह ब्लैकआउट 12 घंटे का है। इस दौरान सरहदी जिलों में वाहनों को भी प्रतिबंधित किया गया है।
LOC पर छोटे हथियारों से गोलीबारी
इस बीच पाकिस्तान ने शुक्रवार शाम को जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर छोटे हथियारों और तोपखाने से गोलाबारी की। भारतीय सेना भी उसी अनुपात में जवाब दे रही है। भारत के पश्चिमी मोर्चे पर 7 और 8 मई की दरमियानी रात पाकिस्तान की तरफ से बड़ी संख्या में मिसाइल और ड्रोन से हमले की कोशिश की गई थी। हालांकि भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया था।
400 टर्किस ड्रोन से पाकिस्तान ने किया था हमला
शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कर्नल सोफिया कुरैशी ने खुलासा किया कि 36 स्थानों पर 300 से 400 ड्रोन पाकिस्तान की तरफ से भेजे गए थे। इनमें से कई को भारतीय सेना ने मार गिराया। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि ड्रोन तुर्की निर्मित अस्सिगार्ड सोंगर मॉडल थे। कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि 7 और 8 मई की रात को पाकिस्तानी सेना ने सैन्य ढांचे को निशाना बनाने के लिए पूरी पश्चिमी सीमा पर कई बार भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया।
भारत की ताकत का अंदाजा लगा रहा था पाकिस्तान
कर्नल कुरैशी ने बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन्स का उद्देश्य बड़े पैमाने पर हवाई घुसपैठ का एयर डिफेंस का ताकत का अंदाजा लगाना था। ये ड्रोन खुफिया जानकारी एकत्र करने वाले थे। नष्ट किए ड्रोन के मलबे की फोरेंसिक जांच की जा रही है। शुरुआती रिपोर्टों से पता चलता है कि वे तुर्की के अस्सिगार्ड सोंगर ड्रोन हैं। रक्षा सूत्रों ने एएनआई को बताया कि भारत के साथ अपने तनाव को बढ़ाते हुए, पाकिस्तान ने गुरुवार को जम्मू में हमास शैली की मिसाइलों का इस्तेमाल करके कई क्षेत्रों को निशाना बनाया। सूत्रों ने कहा कि यह हमला इजरायल में हमास शैली के ऑपरेशन जैसा था, जहां शहरों को निशाना बनाने के लिए कई सस्ते रॉकेट का इस्तेमाल किया गया था।