INS विक्रांत (सोर्स: सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। भारत के जोरदार प्रहार से पाकिस्तान की हेकड़ी टूट गई है। भारतीय सेना ने बीती रात पाकिस्तान के दो JF-17 और एक F-16 लड़ाकू विमानों को मार गिराया है। साथ ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पाकिस्तानी वायुसेना का AWACS विमान भी नष्ट कर दिया गया। यह विमान पाकिस्तान की सीमा के अंदर गिरा।
इसके अलावा भारतीय सेना की एयर डिफेंस यूनिट्स ने भी सीमा पर ड्रोन हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत और पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान ने गुरुवार को जम्मू में एयरस्ट्रिप पर रॉकेट दागे। हालांकि, भारतीय सेना की सतर्कता और शक्तिशाली एयर डिफेंस सिस्टम ने इस हमले को पूरी तरह नाकाम कर दिया। आइए जानते हैं कि भारत के पास कौन से हथियार हैं जिनकी वजह से पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर होना पड़ा है।
गुरुवार रात, जब पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर कई स्थानों पर स्वार्म ड्रोन भेजने की कोशिश की, तो उधमपुर, जम्मू, सांबा, नगरोटा, अखनूर और पठानकोट सेक्टरों में भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयों द्वारा बड़े पैमाने पर जवाबी ड्रोन अभियान के दौरान 50 से अधिक ड्रोन नष्ट कर दिए गए।
भारत के पास ड्रोन रोधी और निम्न-स्तरीय वायु रक्षा प्रणालियों की पूरी श्रृंखला है, जिसमें एस-400, एल-70 एंटी-एयरक्राफ्ट रॉकेट गन और सोवियत मूल की जेडएसयू-23-4 शिल्का शामिल हैं। इसके अलावा, अन्य एडवांस काउंटर-यूएएस उपकरणों का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया, जिससे हवाई हमलों को नाकाम करने में भारतीय सेना ने मजबूत प्रदर्शन किया।
सीमा पर पाकिस्तान के नापाक मंसूबों पर S-400 ने पानी फेर दिया है। पाकिस्तान ने गुरुवार को जम्मू में हवाई पट्टी पर रॉकेट दागे। भारतीय सेना की सतर्कता और शक्तिशाली एयर डिफेंस सिस्टम ने इस हमले को नाकाम कर दिया। भारतीय सेना के एडवांस S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की ओर से दागी गई 8 मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया।
S-400 मिसाइल सिस्टम (सोर्स: सोशल मीडिया)
भारत के INS विक्रांत ने समंदर में अपनी ताकत दिखाई। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के साथ बढ़े तनाव के बीच भारतीय नौसेना ने पहले ही अरब सागर में INS विक्रांत को तैनात कर दिया है। नौसेना के इस स्ट्राइक शिप को करवर तट के पास तैनात किया गया था। इसके स्ट्राइक ग्रुप में एक एयरक्राफ्ट कैरियर, डिस्ट्रॉयर, फ्रिगेट, एंटी-सबमरीन वॉरशिप और दूसरे सपोर्ट शिप शामिल हैं।
ZSU-23-4 शिल्का एक स्वचालित एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम है। रूसी उपनाम ‘शिल्का’ से प्रसिद्ध इस ऑटोमेटिक सिस्टम में एक ट्रैक किए गए चेसिस पर चार 23 मिमी ऑटोकैनन लगाए जाते हैं, जो 20 किमी दूर तक के लक्ष्यों का पता लगाने में सक्षम रडार द्वारा निर्देशित होते हैं।
ZSU-23-4 शिल्का (सोर्स: सोशल मीडिया)
इसका फायर रेट 3400 से 4000 राउंड प्रति मिनट है और हाल ही में इसे छोटे ड्रोन से निपटने के लिए प्रॉक्सिमिटी-फ्यूज गोला-बारूद और उन्नत फायर-कंट्रोल सिस्टम के साथ अपग्रेड किया गया है। इसकी तेज़ फ़ायर और रडार सटीकता इसे न केवल यूएवी बल्कि हेलीकॉप्टर और हल्के बख्तरबंद गाड़ियों के लिए भी घातक बनाती है।
7-8 मई की रात को पाकिस्तान ने श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, पठानकोट, चंडीगढ़ और 15 अन्य शहरों में भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमला करने की कोशिश की थी। आकाश मिसाइल सिस्टम ने श्रीनगर की ओर बढ़ रहे एक पाकिस्तानी JF-17 जेट को हवा में ही तबाह कर दिया। इस सिस्टम ने ड्रोन और मिसाइलों को ट्रैक करने और नष्ट करने में अहम भूमिका निभाई।
यह भारत द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित की गई एक मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जिसे DRDO द्वारा डिजाइन किया गया है। यह भारतीय सेना और वायु सेना की रीढ़ मानी जाती है। 8 मई को भारत के 15 शहरों में सैन्य प्रतिष्ठानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले करने की पाकिस्तान की कोशिश को भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने पूरी तरह से नाकाम कर दिया।