NIA ने आतंकियों के दो सहयोगियों को पकड़ा (फोटो- सोशल मीडिया)
पहलगाम: पहलगाम हमले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) टीम को बड़ी कामयाबी मिली है। एनआईए ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की मदद करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एजेंसी फिलहाल दोनों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम परवेज अहमद जोठार और बशीर अहमद जोठार हैं। पूछताछ के दौरान दोनों ने आतंकियों की पहचान उजागर की और यह भी पुष्टि की कि वे पाकिस्तानी नागरिक थे तथा प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े हुए थे।
#WATCH श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर: NIA ने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों को शरण देने के आरोप में 2 लोगों परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर को गिरफ्तार किया गया है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा, “अब हम उनसे पता लगाएंगे कि वे (आतंकवादी) कौन थे और कहां से… pic.twitter.com/5Ro7JyWHsk
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 22, 2025
एनआईए ने जांच में खुलासा किया है कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों ने हमले से पहले आतंकियों को शरण दी थी। पहलगाम हमले से पहले आतंकियों ने यहीं रहकर पर्यटन स्थल की रेकी की और इसके बाद हमले को अंजाम देते हुए लोगों से उनका धर्म पूछ-पूछकर गोलियों से उनकी जान ली थी। इसमें 26 पर्यटकों की मौत हुई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे।
एनआईए ने गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों पर आतंकियों को शरण देने के आरोप में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 19 के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों की गिरफ्तारियां RC-02/2025/NIA/JMU केस के तहत हुई हैं। फिलहाल एनआईए मामले की गहराई से जांच कर रही है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने एनआईए द्वारा की गई गिरफ्तारी का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक अहम कदम है। उन्होंने कहा, “अब हमें पता चल पाएगा कि वे आतंकवादी कौन थे और कहां से आए थे। अगर ये गिरफ्तारियां सही तरीके से की गई हैं, तो यह हमारे लिए एक बड़ी कामयाबी है। इससे हम उन लोगों तक पहुंच सकते हैं, जो पहलगाम हमले में शामिल थे। धीरे-धीरे सच्चाई सामने आएगी।”
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को हथियारबंद आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में हमला किया था। हमले के दौरान आतंकियों ने हिंदू पुरुषों की पहचान करने के बाद उन्हें निशाना बनाकर गोली चलाई थी। इस जघन्य हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। भारत की इस सैन्य कार्रवाई के बाद भारत-पाक सीमा पर तनाव और अधिक बढ़ गया।