परभणी. महाराष्ट्र (Maharashtra) में मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) का मुद्दा फिर से गरमाया है। मनोज जरांगे (Manoj Jarange) पिछले तीन दिनों से अनिश्चितकालीन अनशन पर है। हालांकि, मराठा आरक्षण की मांग को लेकर युवाओं की आत्महत्या रुकने का नाम नहीं ले रही है। परभणी जिले में आरक्षण की मांग को लेकर पिछले दो दिनों में दो युवाओं ने आत्महत्या की है।
जानकारी के अनुसार रविवार को सोनपेठ तालुका के नरवाड़ी गांव में उद्धव जोगदंड (25) नामक युवक ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या कर ली। वह पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहा था। उद्धव मराठा आरक्षण आंदोलन में भी शामिल हुआ था। जबकि, वह शनिवार को अंतरवाली सराटी में मनोज जरांगे पाटिल की बैठक में भी शामिल हुआ और फिर शाम को वह गांव लौट आया। मराठा आरक्षण लागू करने में हो रही देरी से वह परेशान था। जिसके चलते वह अपने खेत पर गया और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मराठा आरक्षण आंदोलन में उद्धव काफी सक्रिय था। वह, मनोज जरांगे के अनशन के समर्थन में नरवाड़ी गांव में शुरू किये गए भोजन बलिदान आंदोलन में भी सक्रिय भागीदार था। उद्धव मराठा आरक्षण के लिए जालना से मुंबई तक ग्रामीणों के साथ पैदल मार्च में भी शामिल था। जिसके चलते गांव के लोगों के साथ-साथ उसके परिवार ने दावा किया कि उद्धव ने मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आत्महत्या की। जिले में मराठा आरक्षण के लिए यह 12वीं आत्महत्या है।
इससे पहले शनिवार (10 फरवरी) को परभणी जिले के सेलु के राजवाड़ी में प्रताप शेवाले (27) नामक युवक ने खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। साथ ही उसने सुसाइड नोट भी छोड़ा था। उसने मराठा आरक्षण को लागू करने की मांग करते हुए आत्महत्या की है। पुलिस इन दोनों मामलों की जांच कर रही है।