लोकसभा में डिंपल यादव के साथ बैठेंगे अवधेश प्रसाद! अखिलेश यादव हुए खफा, स्पीकर को लिखी चिट्ठी
नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में सीटिंग अरेंजमेंट बदल दी गई है। खबरों के मुताबिक, नई व्यवस्था से समाजवादी पार्टी के मुखिया तथा कन्नौज सांसद नाराज हैं। नई व्यवस्था के तहत अखिलेश यादव अब फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद के साथ नहीं बैठ पाएंगे और इस व्यवस्था में मैनपुरी सांसद डिंपल यादव और फैजाबाद सांसद की सीट एक साथ होगी।
जानकारी के मुताबिक, कन्नौज सांसद अखिलेश यादव ने इस संदर्भ में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला के सामने अपनी शिकायत रखी है। बता दें कि 18वीं लोकसभा के पहले दिन से फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद, अखिलेश यादव एक साथ बैठते दिखे। वहीं डिंपल अक्सर अखिलेश की पिछली सीट पर बैठी हुई दिखीं हैं।
एक रिपोर्ट के आधार पर आज निशिकांत दूबे ने दावा करते हुए कहा कि अमेरिका की सरकार और वहां के एक कारोबारी द्वारा चलाए जा रहे फाउंडेशन की मदद से काम करने वाले एक विदेशी संस्थान का मकसद भारत की संसद को बंधक बनाना और उसकी कार्यवाही को ठप करना है। बीजेपी सांसद ने अमेरिका के एक कारोबारी को इन सबके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि वह पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारना चाहता है। उन्होंने आगे कहा कि जैसे ही यह विदेशी संस्थान कोई रिपोर्ट जारी करता है तो नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और विपक्षी दलों के कुछ राज्यसभा सदस्य तुरंत उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर करते हैं।
उन्होंने पेगासस रिपोर्ट, हिंडनबर्ग और कुछ अन्य मामलों का जिक्र करते हुए कहा कि जब भी ये मामले सामने आए, विपक्षी सदस्यों ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर तुरंत पोस्ट किया और संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी गई। अपने आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि उनके राहुल गांधी से दस सवाल हैं। उन्होंने पूछा कि राहुल गांधी के उस व्यक्ति से क्या संबंध हैं जो उक्त विदेशी कारोबारी के एक NGO से जुड़ा हुआ है और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुआ था। दुबे ने कुछ अन्य विदेशी लोगों के नाम लेकर राहुल गांधी से पूछा कि इन लोगों से उनके क्या रिश्ते हैं जो अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम का विरोध करते हैं।