बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी और लाल कृष्ण आडवानी
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) और मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi) अगले महीने होने वाले प्राण प्रतिष्ठा में नहीं आएंगे। इस बात की जानकारी राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने की है।
न आने का अनुरोध
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि दोनों वरिष्ठ नेता स्वास्थ्य और उम्र की वजह से समारोह में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया।
#WATCH | Ayodhya: Champat Rai, the General Secretary of Shri Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra says, “Murli Manohar Joshi and Lal Krishna Advani will not be able to attend the ceremony due to health and age-related reasons. Both (Advani and Joshi) are elders in the family and… pic.twitter.com/XZpWbXVJVS
— ANI (@ANI) December 19, 2023
चार हजार संतो को आमंत्रण
चंपत राय ने बताया कि कार्यक्रम में लगभग चार हजार संतों को आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा 2200 अन्य मेहमानों को भी निमंत्रण भेजा गया है। आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा, केरल की माता अमृतानंदमयी, योग गुरु बाबा रामदेव को आमंत्रित किया है।
सेलिब्रिटीज और बड़े बिजनेस मैन भी इनवाइट
अभिनेता रजनीकांत, अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित, अरुण गोविल, फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर, प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी, अनिल अंबानी, प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामत और इसरो के निदेशक नीलेश देसाई भी प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में मौजूद रहेंगी।
48 दिनों तक होगी मंडल पूजा
प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के बाद 24 जनवरी से उत्तर भारत की परंपरा अनुसार 48 दिनों तक मंडल पूजा होगी। हालांकि 23 जनवरी से आम लोग रामलला के दर्शन कर सकेंगे। चंपत राय ने दिल्ली से 27, 28 और 29 दिसंबर को मीडिया को अयोध्या का आमंत्रण दिया है। उन्होंने 26 जनवरी को प्रिंट मीडिया, 27 जनवरी को टीवी चैनल, 28 जनवरी को सोशल मीडिया और 29 जनवरी को इंटरनेशनल मीडिया को अयोध्या आमंत्रित किया है।
बता दें कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की सभी तैयारियां 15 जनवरी तक पूरी कर ली जाएंगी। प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा 16 जनवरी को शुरू होगी जो 22 जनवरी तक जारी रहेगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे।