
ध्वजारोहण करते हुए सीएम योगी व राजनाथ सिंह (सोर्स- सोशल मीडिया)
Ayodhya Ram Mandir: रामनगरी अयोध्या धाम में श्रीरामलला के विराजमान होने की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह का आयोजन हुआ। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में आयोजित कार्यक्रम में देश और प्रदेश के कई प्रमुख नेता शामिल हुए। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या पहुंचे और श्रीरामलला के दर्शन किए।
दोनों ही नेताओं ने हनुमानगढ़ी और श्रीरामलला मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की। इसके बाद मां अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा का विधिवत आरोहण भी किया गया। तत्पश्चात रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यहां जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन से बड़ा कोई दूसरा ग्रैंड नैरेटिव दुनिया में नहीं देखने को मिलेगा।
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि कितने भी विदेश आक्रांता आए। उन्होंने न जाने कितने केसरिया ध्वज गिराने की चेष्टा की, लेकिन अब राम मंदिर के शिखर पर वहीं केसरिया ध्वज लहरा रहा है। अब इस ध्वज से टकराने वाली हवाएं दुनिया भर में जाकर यह संदेश देंगी कि हमारी ओर गौर से देखो। कहेंगी कि हम वही सभ्यता हैं, जिसे मिटाने के लिए न जाने कितने आक्रांता आए। लेकिन आज उनके अवशेष भी नहीं बचे हैं।
इस दौरान रक्षा मंत्री ने भगवान राम के जीवनकाल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब हम प्रभु श्रीराम के चरित को पढ़ते हैं, उन्हें समझते हैं, तो एक बात सामने आती है कि जब-जब इस धरती पर ऋषियों ने यज्ञ करने का संकल्प लिया, तब-तब कुछ आसुरी शक्तियां आईं और उसे भंग करने का प्रयत्न किया।
सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक पुनर्जागरण का केंद्र बन रहा श्री अयोध्या धाम माननीय रक्षा मंत्री श्री @rajnathsingh जी के साथ श्री राम जन्मभूमि मन्दिर में प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह में…@ShriRamTeerth https://t.co/xhNWSO0W9e — Yogi Adityanath (@myogiadityanath) December 31, 2025
रक्षा मंत्री ने कहा कि ऐसा ही दृश्य हमने अपने जीवनकाल में भी देखा है। उन्होंने कहा कि जब रथयात्रा शुरू हुई तब उसी तरह की आसुरी शक्तियां उस पर टूट पड़ीं। सिंह ने बताया कि जब यहां बाबरी का पहला ढांचा गिरा और सत्याग्रह शुरू हुआ तब मैं युवा मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष था और एक संत के साथ मुझे भी नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हुआ था।
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण की शुरुआत “जय सिया राम,” “भारत माता की जय,” और “वंदे भारत” के नारों से की। उन्होंने कहा कि भारत की आज़ादी के बाद अयोध्या ने राम जन्मभूमि आंदोलन के कई नतीजे देखे हैं। कुछ लोगों ने तुष्टीकरण और वोट बैंक की राजनीति के लिए अयोध्या जैसे पवित्र शहर को युद्ध का मैदान बना दिया था।
सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकार ने अयोध्या में खून-खराबा करने की कोशिश की थी। लेकिन जहां भगवान हनुमान रक्षा करते हैं, वहां कोई बुराई नहीं टिक सकती। 2005 में जब आतंकवादियों ने हमला करने की कोशिश की, तो PAC के जवानों ने उन्हें मार गिराया। पिछले पांच सालों में 45 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालु अयोध्या आए हैं।
सीएम ने आगे कहा कि पिछली सरकार के समय बिजली, पानी, सड़कें और कनेक्टिविटी जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी थी। लोग यहां नहीं आते थे। लेकिन अब सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। अब राम जी योजना (भगवान राम की योजना) भी शुरू की गई है, जो रोज़गार का सबसे बड़ा ज़रिया होगी। अब यहां आने वाला हर श्रद्धालु भावुक होकर जाता है। मंदिर दर्शन यात्रा का अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है।
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बुधवार की सुबह अयोध्या पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया। राम दरबार में आरती के बाद, दोनों नेताओं ने श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत और विदेश में राम भक्तों को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ पर बधाई दी।






