कोलकाता केस: (सोर्स-सोशल मीडिया)
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की ममता सरकार ने मंगलवार को राज्य स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया है, जो राज्य में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ सर्विस की क्वालिटी में भी सुधार करेगी। सरकार ने एक नोटिफिकेशन में इसकी जानकारी दी है, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों से इस टास्क फोर्स के गठन का वादा किया था।
चीफ सेक्रेटरी मनोज पंत इस टास्क फोर्स के अध्यक्ष होंगे। होम सेक्रेटरी नंदिनी चक्रवर्ती, डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) राजीव कुमार, हेल्थ सेक्रेटरी एनएस निगम और कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा इसका हिस्सा होंगे। इस टास्क फोर्स में सीनियर और जूनियर रेसिडेंट डॉक्टर्स से दो प्रतिनिधि, स्टूडेंट्स की तरफ से एक महिला प्रतिनिधि और स्टेट लेवल कम्प्लेंट रिजॉल्यूशन कमेटी से एक प्रतिनिधि होगा।
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टास्क फोर्स के काम
17वें दिन खत्म हुई जूनियर डॉक्टर्स की भूख हड़ताल
कोलकाता में महिला डॉक्टर्स से रेप और उसकी हत्या के विरोध में जारी जूनियर डॉक्टर्स की भूख हड़ताल सोमवार (21 अक्टूबर) को खत्म हुई। ये हड़ताल का 17वां दिन था।
इसके साथ ही डॉक्टरों ने मंगलवार को होने वाली हेल्थ स्ट्राइक भी वापस ले ली। सोमवार शाम डॉक्टरों के पैनल की सीएम ममता के साथ नबन्ना स्थित सचिवालय में करीब 2 घंटे चर्चा हुई थी।
5 अक्टूबर से भूख हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर ट्रेनी डॉक्टर के रेप-मर्डर केस में न्याय की मांग कर रहे थे। साथ ही वे राज्य के हेल्थकेयर स्ट्रक्चर में बदलाव की मांग कर रहे हैं। जूनियर डॉक्टर 26 अक्टूबर को आरजी कर अस्पताल में सामूहिक सम्मेलन आयोजित करेंगे।