मोहतरमा शरारत करती हैं, बिल नहीं भरतीं और सरकार को कोसती हैं: विक्रमादित्य
शिमला: हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री (पीडब्ल्यूडी) मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बृहस्पतिवार को अभिनेत्री-नेता कंगना रनौत पर आरोप लगाया कि वह शरारत करती हैं, बिल का भुगतान नहीं करती हैं और फिर सरकार को कोसती हैं। हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड (एचपीएसईबी) ने एक दिन पहले यह स्पष्ट किया था कि अभिनेत्री ने दो महीने के 90,384 रुपये के पुराने बकाए सहित बिलों का भुगतान नहीं किया है।
मंडी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद रनौत ने हाल में अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक जनसभा के दौरान ‘‘बढ़े हुए बिजली बिलों” को लेकर हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार की आलोचना की, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुआ।
‘क्वीन’ फिल्म से चर्चित हुई अभिनेत्री ने कहा, ‘‘मुझे मनाली में अपने घर के लिए एक महीने का एक लाख रुपये का बिजली बिल मिला। मैं वहां रहती भी नहीं हूं। यह बहुत दयनीय स्थिति है।” सिंह ने बृहस्पतिवार को अपने ‘फेसबुक’ अकाउंट पर इसका जवाब देते हुए लिखा, ‘‘मोहतरमा बड़ी शरारत करती हैं, बिजली का बिल नहीं भरती हैं, फिर मंच पर सरकार को कोसती हैं, ऐसा कैसा चलेगा।”
एचपीएसईबी ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि 90,384 रुपये की राशि के बिल दो महीने, जनवरी और फरवरी के थे और इसमें 32,287 रुपये का पिछला बकाया भी शामिल था। घरेलू कनेक्शन नंबर 100000838073 मनाली के सिमसा गांव में कंगना रनौत के नाम पर पंजीकृत उनका निवास है। एचपीएसईबीएल ने बयान में कहा, ‘‘यह स्पष्ट किया जाता है कि उनके घर का कनेक्टेड लोड 94.82 किलोवाट है, जो एक सामान्य घर के औसत बिजली लोड से 1,500 प्रतिशत अधिक है। उन्होंने (रनौत) अक्टूबर से दिसंबर तक के अपने बिलों का समय पर भुगतान नहीं किया।”
इससे पहले कंगना ने कहा था कि 2014 से पहले यहां भ्रष्टाचार का बोलबाला था। मोदी सरकार ने अपना हर कदम मजबूती से उठाया और देश को हर स्तर पर मजबूत बनाने का काम किया है। कंगना ने पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले का सांसद ने तो स्थानीय क्षेत्र के विकास के लिए फंड से कोई धनराशि आवंटित ही नहीं की। क्षेत्र को अपने ही हाल पर छोड़ दिया था।
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आठ महीनों में 5 करोड़ रुपये आवंटित किए
कंगना ने कहा कि अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए जो हो सकेगा वह मैं करूंगी। मैंने आठ महीनों में रामपुर से भरमौर तक मंडी के सभी इलाकों में विकास के लिए पांच करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। इसका असर भी कुछ दिनों में देखने को मिलेगा। अब वह पहले जैसी घोटाले वाली सरकार नहीं है। क्षेत्र के विकास के धनराशि मिली है तो विकास भी होगा।