Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़
  • वायरल
  • अन्य
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • करियर
    • धर्म
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Nepal Violence |
  • Asia Cup 2025 |
  • PM Narendra Modi Birthday |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Weather Update |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

13 जुलाई को जम्मू कश्मीर के लोग मनाते हैं ‘शहीद दिवस’, जानें क्या है कारण

जम्मू-कश्मीर में 13 जुलाई को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को लेकर कश्मीर की राजनीति गर्म हो जाती है। हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इसे ‘जलियांवाला बाग’ की संज्ञा दी है।

  • By प्रतीक पांडेय
Updated On: Jul 13, 2025 | 06:46 PM

1931 में आंदोलन के लिए इकट्ठा हुए लोगों पर चलाई गई थी गोली, (फोटो: एक्स @Javaid_Akbar31)

Follow Us
Close
Follow Us:

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के लिए 13 जुलाई का दिन खास माना जाता है। इस दिन यहां के लोग शहीद दिवस मनाते हैं। हर साल की तरह इस साल भी लाेग शहीद दिवस मनाने की तैयारी में थे। इसे लेकर पूरा प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और विधायक सज्जाद गनी लोन को रविवार को हिरासत में ले लिया गया।

रविवार को शहर के नौहट्टा में ‘शहीदों’ के कब्रिस्तान की ओर जाने वाली सभी सड़कों को अधिकारियों ने सील कर दिया जिससे लोगों को श्रद्धांजलि देने से रोका जा सके। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने दावा किया है कि उनके कई नेताओं को नजरबंद भी कर दिया गया है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी श्रद्धांजलि देने से रोके जाने पर नाराजगी जताई।

उमर अब्दुल्ला ने इस बताया कश्मीर का ‘जलियांवाला बाग’

जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री ने इसे कश्मीर के ‘जलियांवाला बाग’ की संज्ञा दी और कहा कि 13 जुलाई 1931 को जिन लोगों ने अपनी जान दी, उनका संघर्ष ब्रिटिश शासन और उसके सहयोगी डोगरा राज के खिलाफ था। उमर ने कहा कि यह दुखद है कि अब उन स्वतंत्रता सेनानियों को महज इसलिए नजरअंदाज किया जा रहा है क्योंकि वे मुसलमान थे।

उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘13 जुलाई का नरसंहार हमारा जलियांवाला बाग है। कश्मीर पर ब्रिटिश हुकूमत का शासन था। ब्रिटिश हुकूमत के हर रूप के खिलाफ लड़ने वाले सच्चे नायकों को आज सिर्फ इसलिए खलनायक के रूप में पेश किया जा रहा है क्योंकि वे मुसलमान थे। आज भले ही हमें उनकी कब्रों पर जाने का मौका न मिले, लेकिन हम उनके बलिदान को नहीं भूलेंगे।’

22 लोगों की हुई थी मौत

13 जुलाई का दिन 1931 में डोगरा शासन के खिलाफ हुए जनआंदोलन और उसमें शहीद हुए 22 लोगों की याद में मनाया जाता है। इसी दिन डोगरा सैनिकों ने नजाम अदा करने के लिए एकत्रित हुए लोगों पर गोलियां बरसाई थीं। इस घटना में एक के बाद एक 22 लोग मारे गए थे। इनको श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल यह दिन शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है।

यह भी पढ़ें: ‘चुनाव आयोग मोदी सरकार के हाथों की कठपुतली’, कपिल सिब्बल का सनसनीखेज आरोप

13 जुलाई 1931 में क्या हुआ था

जम्मू और कश्मीर रियासत में 1931 में लोगों ने आंदोलन किया था। हजारों कश्मीरी श्रीनगर की केंद्रीय जेल में उमड़ पड़े थे। नमाज के समय एक कश्मीरी अजान देने के लिए खड़ा हो गया था। इसी बीच डोगरा गवर्नर, रायजादा तरतीलोक चंद ने अपने सैनिकों को उन पर गोलियां चलाने का आदेश दिया था। इसमें 22 कश्मीरी मारे गए थे।

2019 से पहले की जाती थी छुट्टी

2019 के पहले 13 जुलाई को जम्मू और कश्मीर में सार्वजनिक रूप से अवकाश होता था। सभी 22 लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल राजकीय समारोह का आयोजन किया जाता था। प्रशासन ने साल 2020 में इस दिन को राजपत्रित छुट्टियों की लिस्ट से हटा दिया था।

Jammu and kashmir people celebrate martyrs day on 13 july know the reason

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Jul 13, 2025 | 06:22 PM

Topics:  

  • Jammu and Kashmir
  • Jammu Kashmir
  • Omar Abdullah

सम्बंधित ख़बरें

1

‘दरगाह में क्या नोट लेना छोड़ देंगे?’, हजरतबल में अशोक स्तंभ के अपमान पर भड़के शाहनवाज हुसैन

2

कुलगाम में पहलगाम के गुनहगार ढेर; जवानों ने कई आतंकियों को घेरा, दोनों तरफ से हो रही गोलीबारी

3

जम्मू कश्मीर में 4,056 अज्ञात कब्रों से उठा सस्पेंस! सच्चाई जानकर चौंक उठेंगे आप

4

जम्मू-कश्मीर समेत 5 राज्यों में NIA की बड़ी कार्रवाई, आतंकी साजिश मामले में 22 जगहों पर रेड

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • अकोला
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.